चिदम्बरम का सांकेतिक बयान-विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस का ‘विशेष स्थान’ है लेकिन…
-महाराष्ट्र में सियासी गणित बदलते ही कांग्रेस का रुख सतर्क!
नई दिल्ली। p chidambaram: कुछ दिन पहले पटना में विपक्षी दलों के गठबंधन की बड़ी बैठक हुई थी। इसके बाद महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक बदलाव सामने आया है। अजित पवार कुछ विधायकों के साथ शरद पवार के विचारों से अलग हो गए और सत्ता में शिवसेना-बीजेपी के साथ चले गए।
अब बेंगलुरु में विपक्षी दलों की अहम बैठक होगी। बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने रविवार को बड़ा बयान दिया। 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए विपक्ष एक साथ आ सकता है। विपक्षी दलों को एकजुट कर जो गठबंधन बन रहा है।
पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस इस बात पर ज़ोर दे रही है कि राहुल गांधी राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों की एकता का नेतृत्व करेंगे। चूंकि शरद पवार एक वरिष्ठ नेता हैं, इसलिए पार्टी के कुछ नेताओं की राय थी कि उन्हें इस गठबंधन का नेतृत्व दिया जाना चाहिए। लेकिन अब जब राष्ट्रवादियों में ही फूट के संकेत मिल रहे हैं तो कांग्रेस भी सतर्क रुख अपनाती नजर आ रही है। इसलिए ऐसा लगता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम मुख्य नेता कौन के विवाद पर बात करने से बचते रहे हैं।