छत्तीसगढ़ : खनन माफिया बिगाड़ रहा पहाड़ों की शक्ल, विभाग अनजान
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शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
यशवंत रजवाड़े
बैकुंठपुर। कोरिया जिले koria district के खडगवा ब्लाक में खनन माफिया mining mafia की करतूतों से पहाड़ों की शक्ल बदलने लगी है। के्रश संचालक उनको जहां बोल्डर निकालने की अनुमति दी गई है उसके इतर आसान खुदाई वाली जगहों जैसे पहाड़ों की तलहटी को खोदने में लगे हैं। ऐसी खुदाई इस कदर हो रही है कि पहाड़ों की शक्ल ही बदलती जा रही है।
उल्लेखनीय है कि बड़ी संख्या में अवैध बोल्डर का खनन माफियाओं mining mafia के द्वारा किया जा रहा है, किन्तु जिले के अधिकारियों को कार्यवाही के लिए शिकायत का इंतजार है। जबकि इसकी शिकायत ग्राम पंचायत के संरपच के द्वारा कई बार लिखित में ग्राम सभा के प्रस्ताव के साथ की गई थी। उसके बाद भी न ही खनिज विभाग और न ही राजस्व विभाग द्वारा कोई कार्यवाही की गई है। खनिज विभाग परिवहन करने वालों पर नाम मात्र कि कार्यवाही कर विभाग अपनी औपचारिकता निभा रही है जिस कारण खडग़वां विकास खंड में अवैध बोल्डर गिट्टी का उत्खनन बड़े ही जोरों पर हो रहा है। लेकिन इसे रोक पाने में विभाग को अब भी शिकायत का इंतजार है।
शासन को प्रत्येक माह लाखों रुपये के राजस्व की चोरी
मिली जानकारी अनुसार खनिज विभाग टारगेट पूरा करने परिवहन पर ही कार्यवाही कभी-कभी करते हैं, जबकि अवैध उतखनन करने वालों पर विभाग किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं करता है। जिसके कारण खडगवा विकास खंड के ठगगाव, समरमाडा, अखराडाड, सैदा, बरमपुर, मझौली आदि के राजस्व कि भूमि धीरे-धीरे अवैध बोल्डर गिट्टी खदान में तब्दील हो जा रहे हैं। यहां वनों को भी क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। जहां ग्रामीण मवेशियों को घास चराते थे, वह भूमि भी अब घास के लिए उपजाऊ नहीं बची है जहा गिट्टी उत्खनन कर अवैध बोल्डरों को खडगवा में संचालित के्रशरों में अवैध रूप से धडल्ले से खपा रहे हैं प्रति दिन दर्जनों ट्रेक्टर अवैध उतखनन कर क्रेशरों में खपाया जा रहा है जिससे शासन को प्रत्येक माह लाखों रुपये के राजस्व की चोरी भी हो रही है।
हजारों की संख्या में पेड़ पौधे इस अवैध उत्खनन की भेंट चढ़ रहे
वहीं कुछ के्रशर संचालकों के द्वारा लीज की पत्थर खदान से जब बोल्डरों का उत्खनन ही नहीं हो रहा है तो के्रशर संचालक को पत्थर उत्खनन कर परिवहन का पीटपास कैसे जारी किया जा रहा है कई के्रशर संचालक ऐसे भी हैं कि इनके पास गिट्टी परिवहन का पीटपास है, अब सवाल यह उठता है कि जब इनके पास बोल्डर उतखनन कर परिवहन का पीटपास नहीं है तो इनके द्वारा अपने के्रशर में कहा के पत्थर से के्रशर का संचालन कर गिट्टी का पीट पास काटकर दे रहे हैं जब कि जानकारों का कहना है कि जितने भी पीटपास जारी कराएं जा रहे वो इनको आवटित खदानों के नहीं है जब उन खदानों से पत्थर का उतखनन ही नहीं हो रहा है तो ये के्रशर संचालक अपने के्रशर से गिट्टी का पीटपास कैसे काटकर दे रहे हैं प्रत्येक के्रशर संचालक सैकड़ों ट्रीप बोल्डर का सटाक के्रशर में रखा है जबकि इसकी जांच खनिज अधिकारीयों ने नहीं की कि ये बोल्डर कहां से आया है? खनिज विभाग एंव राजस्व विभाग जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है और क्षेत्र के हजारों की संख्या में पेड़ पौधे इस अवैध उत्खनन की भेंट चढ़ रहे हैं।
देखने के पश्चात ही स्पष्ट बता पाऊंगा
मैं हाल ही में पदस्थ हुआ हूं इस संबंध में रिकार्ड व स्थल देखने के पश्चात ही स्पष्ट बता पाऊंगा। यदि नियम के विपरीत अवैध उत्खनन कर बोल्डर का उपयोग के्रशर में किया जा रहा है तो इस मामले में जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।
अनिल कुमार साहू
जिला खनिज अधिकारी कोरिया