EXCLUSIVE: फिलहाल छग में दो लैब से ही चलाना होगा कोरोना टेस्टिंग का काम |

EXCLUSIVE: फिलहाल छग में दो लैब से ही चलाना होगा कोरोना टेस्टिंग का काम

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  • प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर मेडिकल कॉलेज में भी टेस्टिंग सुविधा के लिए आईसीएमआर को भेजा है प्रप्रोजल
  • आईसीएमआर की मंजूरी से ही कोई लैब कर सकती है कोरोना का टेस्ट
  • आईसीएमआर में छत्तीगढ़ से कोई भी तीसरी नई लैब पाइपलाइन में नहीं

रायपुर/नई दिल्ली/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh corona) में फिलहाल कोरोना टेस्टिंग का काम दो लैब (lab of corona testing in chhattisgarh) से ही चलाना होगा। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में एम्स रायपुर (raipur aiims) व स्व. डॉ. बलिराम कश्यप स्मृति मेडिकल कॉलेज जगदलपुर (jagdalpur medical college) की लैब में कोरोना टेस्ट की सुविधा उपलब्ध है। राज्य का स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग की सुविधा को बढ़ाने के प्रयास में है।

रायपुर (raipur mdical college) मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायलॉजी विभाग के प्रोफेसर अरविंद नेरलेवार ने बताया कि रायपुर मेडिकल कॉलज की लैब में कोरोना टेस्टिंग की अनुमति के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (icmr) को प्रपोजल भेजा गया है अनुमति मिलते ही यहां भी कोरोना टेस्टिंग की सुविधा शुरू हो जाएगी।

वहीं रायपुर (raipur medical college) मेडिकल कॉलेज के डॉ. विनीत जैन ने बताया कि कॉलेज में मशीन अवलेबल है किट आने पर ट्रायल के बाद टेस्टिंग की सुविधा शुरू हो जाएगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ़ (chhattisgarh corona) के अन्य मेडिकल कॉलेज में भी टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।

लेकिन आईसीएमआर (icmr) की मानें तो फिलहाल राज्य में दो ही लैब (lab of corona testing in chhattisgarh) कोरोना टेस्ट की अनुमति दी गई है- वो है एम्स रायपुर (aiims raipur) और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज की लैब। आईसीएमआर की मानें तो अभी छत्तीसगढ़ में कोरोना टेस्टिंग के लिए किसी भी नई लैब का प्रस्ताव लंबित नहीं है।

आईसीएमआर ने कहा- पहले सुरक्षा सुनिश्चित करना होता है

नवप्रदेश से बातचीत में आईसीएमआर के पॉलिसी एंड प्लानिंग विभाग के हेड डॉ. रजनीकांत श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना इतना खतरनाक वायरस है कि इसके टेस्ट की अनुमति किसी भी लैब को ऐसे ही नहीं दी जा सकती। पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि उस लैब का स्टाफ प्रशिक्षित है या नहीं। सुरक्षा संबंधी उपायों को भी सुनिश्चित करना होता है। देखना होता है कि लैब में पर्सनन प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, बॉयोसेफ्टी कैबिनेट उपलब्ध है या नहीं, ताकि लैब के बाहर किसी भी प्रकार का वायरस का असर न हो सके।

लिहाजा देखना होगा कि छत्तीसगढ़ से आए प्रस्ताव में इन उपायों को लेकर क्या ब्योरा दिया गया है। संबंधित अधिकारियों द्वारा उसका अवलोकन किया जा रहा होगा।  उन्होंने यह भी कहा कि देशभर में मौजूदा 150 लैब पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इन लैब से आने वाली हर डिमांड को पूरा किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश की सर्वाधिक तीन लैब पाइपलाइन में, चार पहले से ही कर रही काम  

आईसीएमआर में आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मिजोराम की एक-एक लैब व मध्य प्रदेश की सर्वाधिक तीन लैब पाइपलाइन में है। बता दें कि मध्य प्रदेश में पहले से ही चार लैब संचालित हैं। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 13 लैब काम कर रही है।   

जगदलपुर की लैब में अब 20  सैंपल टेस्ट, सभी निगेटिव

वहीं स्व. डॉ. बलिराम कश्यम स्मृति मेडिकल कॉलेज जगदलपुर (jagdalpur medical college) स्थित लैब में कोरोना की जांच शुरू हो गई है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केएल आजाद ने बताया कि अब तक लैब में 20 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। इनमें से कोई भी पॉजिटिव नहीं है।  

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