Chhattisgarh Workers Welfare DBT : राज्योत्सव पर श्रमिकों को तोहफा, 79 हजार मजदूरों के खातों में पहुंचेगा 25 करोड़ से ज्यादा

Chhattisgarh Workers Welfare DBT

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छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की रजत जयंती और स्थापना दिवस के अवसर पर सरकार ने श्रमिकों के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल (Chhattisgarh Workers Welfare DBT) द्वारा राज्य के 79 हजार से अधिक श्रमिकों के खातों में कुल 25 करोड़ 61 लाख 4 हजार 745 रुपये की राशि डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से अंतरित की जाएगी। यह राशि एक नवंबर 2025 को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर श्रमिकों के खातों में पहुंचेगी।

श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन के मार्गदर्शन में मंडल के अध्यक्ष डॉ. रामप्रताप सिंह ने बताया कि यह पहल मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप श्रमिकों के जीवन में आर्थिक स्थिरता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि यह सहायता राशि राज्य के श्रमिकों के लिए न केवल आर्थिक मदद है, बल्कि सरकार की संवेदनशीलता और सामाजिक प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।

श्रम विभाग के सचिव एवं श्रमायुक्त हिमशिखर गुप्ता ने जानकारी दी कि श्रम कल्याण मंडल द्वारा संचालित 16 योजनाओं के अंतर्गत 79,175 हितग्राहियों (Chhattisgarh Workers Welfare DBT) को कुल 25 करोड़ 61 लाख 4 हजार 745 रुपये की राशि वितरित की जाएगी। विभाग ने बताया कि डीबीटी के माध्यम से राशि सीधे श्रमिकों के बैंक खातों में अंतरित की जाएगी, जिससे पारदर्शिता और समयबद्ध वितरण सुनिश्चित होगा।

मंडल के सचिव गिरीश रामटेके ने बताया कि दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत 15 हितग्राहियों को 15 लाख रुपये, निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु गणवेश एवं पुस्तक सहायता योजना के तहत 29,348 श्रमिकों को 5 करोड़ 49 लाख 5 हजार रुपये और मिनीमाता महतारी जतन योजना के अंतर्गत 1,804 श्रमिकों को 3 करोड़ 88 लाख 98 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना के तहत 4,213 श्रमिकों को 63 लाख 19 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे।

इसी तरह मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना में 248 हितग्राहियों को 2 करोड़ 48 लाख रुपये और मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत 725 श्रमिकों के बच्चों को 57 लाख 96 हजार 972 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना के तहत 2,539 श्रमिकों को 5 करोड़ 7 लाख 80 हजार रुपये और मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना में 34,212 श्रमिकों के बच्चों को 6 करोड़ 77 लाख 25 हजार 500 रुपये दिए जाएंगे।

इसके अलावा मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना के तहत 4,471 श्रमिकों को 1 करोड़ 54 लाख 42 हजार 367 रुपये, मुख्यमंत्री श्रमिक सियान सहायता योजना के अंतर्गत 278 हितग्राहियों को 5 लाख 56 हजार रुपये और मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना के तहत 1,406 श्रमिकों को 52 लाख 8 हजार 206 रुपये की राशि उनके खातों में अंतरित की जाएगी।

वहीं, निर्माण श्रमिकों के बच्चों हेतु उत्कृष्ट खेल प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 19 हितग्राहियों को 3 लाख 20 हजार रुपये, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना में 8 हितग्राहियों को 8 लाख रुपये, और मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना के तहत 5 श्रमिकों को 1 लाख रुपये की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना में 3 श्रमिकों को 23 हजार 700 रुपये और मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना में 47 हितग्राहियों को 70 हजार 500 रुपये की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की जाएगी।

श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि श्रमिक समाज ही राज्य की प्रगति की असली नींव है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि श्रमिकों को योजनाओं का लाभ सरल, पारदर्शी और समय पर मिले। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य सरकार की श्रमिकों के प्रति प्रतिबद्धता (Chhattisgarh Workers Welfare DBT) का स्पष्ट प्रमाण है।

मंडल के अध्यक्ष डॉ. रामप्रताप सिंह ने कहा कि इस राशि के हस्तांतरण से लाखों श्रमिक परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्होंने बताया कि श्रमिक वर्ग को आर्थिक सहयोग देने के साथ-साथ सरकार उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।