Chhattisgarh Water Conservation Model : मोर गांव मोर पानी” अभियान से धमतरी में जल संरक्षण की नई इबारत…सूखते स्रोतों में लौटी जीवनधारा…

धमतरी/नवप्रदेश, 30 मई। Chhattisgarh Water Conservation Model : भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। इसे देखते हुए शासन के निर्देशानुसार ’’मोर गांव मोर पानी’’ महाअभियान चलाया जा रहा है।
जल संकट से उबरने के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी को जल संकट से जूझना न पड़े। यह सब संभव है मोर गांव मोर पानी महाअभियान से। एक ओर लोग भीषण गर्मी से तरबतर होते जा रहे हैं वहीं मोर गांव मोर पानी महाअभियान से लोगों की उम्मीद नई आशाओं की किरण बनकर जागी है। धमतरी जिले का यह भागीरथ प्रयास जनजागरुकता का प्रत्यक्ष समदर्शी है।
कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा की पहल पर मॉं अभियान के तहत महानदी के उद्गम स्थल में वनांचल सिहावा के गणेश घाट सहित आसपास के क्षेत्रों में जल स्त्रोतों की साफ-सफाई आदि किया जा रहा है, जिससे भूजल स्तर में बढ़ोत्तरी हो और पर्यटन की दिशा में आगे (Chhattisgarh Water Conservation Model)बढ़े। ठीक उसी तरह मोर गांव मोर पानी महाअभियान को जन आंदोलन का रूप दिया गया है। गिरते भूजल स्तर और सूखते जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की इस पहल में जमीन से जुड़ा हर समुदाय अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं अन्य मंत्रीगण, पंचायत प्रतिनिधि, महिला समूह या गांव की जल संचयन वाहिनी की दीदियों ने गांव-गांव में जल बचाने अभियान को गति दी जा रही है। पंचायत स्तर पर ग्रामीणजन द्वारा श्रमदान करके सोखता गड्ढा का निर्माण किया गया।
इस महाअभियान को सार्थक करने जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री रोमा श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है। जल की महत्ता बताते हुए कहा कि जिले के सभी गांवों में वॉटर हार्वेस्टिंग संरचना के लिए के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा (Chhattisgarh Water Conservation Model)है। दीवार लेखन, रैली और ग्राम सभाओं के माध्यम से गांव-गांव में मोर गांव मोर पानी महाभियान के तहत प्रस्तावित नारे का दीवार लेखन कराया गया।
आज बचाबो पानी, कल बचही जिंदगानी। सूखा के दर हटाना है, पानी के मोल समझाना है। पानी हे प्रकृति के उपहार, एला झन कर बेकार।बिन पानी खेती नई, बिन खेती रोटी नई। बूंद-बूंद जोड़ेंगे, जलधन संजोएंगे। गांव में जल रहेगा, तभी तो कल (Chhattisgarh Water Conservation Model)सजेगा। बारिश का पानी सहेजें, भूजल का स्तर बढ़ाएं।
किसान की शान जल संरक्षण अभियान। सूखती धरती का यही है समाधान जल बचाओ अभियान। पानी रोको, भविष्य संवारो। जल संरक्षण से ही गांव की उन्नति है। अबकी बार, जल का हो विचार। जल है तो कल है। पानी जोड़ो, सूखा रोको। हर बूंद अनमोल है। पानी बचेगा तो खेती बचेगी। जल बचाओ, गांव बचाओ। उक्त नारे का दीवार लेखन से जल संरक्षण को लेकर लोगों में जागरूकता देखी जा रही है।