प्राक्कलन समिति को मितव्ययता संबंधी सुझाव देने का अधिकार : स्पीकर डॉ. महंत |

प्राक्कलन समिति को मितव्ययता संबंधी सुझाव देने का अधिकार : स्पीकर डॉ. महंत

Speaker Dr. Charandas Mahant completed three years as Speaker of the Legislative Assembly

Speaker Dr.Mahant

छग विधानसभा की वर्ष 2020-21 के लिए गठित प्राक्कलन समिति की पहली बैठक विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की विशेष उपस्थिति में संपन्न

रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ विधान सभा (chhattisgarh vidhansabha) की वर्ष 2020-21 के लिए गठित प्राक्कलन समिति (estimates committee) की प्रथम बैठक (meeting) सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत (speaker dr mahant) की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुई।

प्राक्कलन समिति की प्रथम बैठक (meeting) को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि विधान सभा (chhattisgarh vidhansabha) की प्राक्कलन समिति (estimates committee) विभागों के प्राक्कलनों पर विचार करती है और विभागीय नीति के अनुरूप खर्च पर नियंत्रण करने तथा बचत के सुझाव देती है । उन्होंने कहा कि यदि अनावश्यक कार्यों के लिए राशि की मांग की गई है जो ऐसे कार्यो में मितव्ययिता लाने के लिए भी समिति को सुझाव देने एवं अनुशंसा करने का अधिकार है ।

विभागों की कार्य पद्धतियों का परीक्षण करना भी समिति का कार्य

समिति पूर्व के वित्तीय वर्षो में किये गये खर्च को देखते हुए भविष्य में किन योजनाओं पर कार्य किया जाना है उसके संबंध में भी सुझाव देती है । प्राक्कलन समिति का कार्य यह भी है कि-वह विभागों की कार्य पद्धतियों का परीक्षण करे और विभागों की कार्य प्रणाली में किस प्रकार से सुधार किया जा सकता है, उसके संबंध में अनुशंसा करें ताकि जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता को मिल सके ।

मितव्ययता संबंधी सुझाव को लेकर यह कहा स्पीकर ने

डॉ. महंत ने कहा कि-विभागों में कई बार राशि वर्ष के अंतिम महीनों में खर्च की जाती है जिसके कारण उस राशि से राज्यहित में जो कार्य होना रहता है वह अपेक्षित रूप से पूर्ण नहीं हो पाता । उन्होंने कहा कि-प्राक्कलन समिति वित्तीय स्वरूप की एक महत्वपूर्ण समिति है । प्राक्कलन समिति को यह भी देखना है कि जिन कार्यो के लिए राशि की मांग की गई है उन कार्यो की वास्तव में उपयोगिता है अथवा नहीं,

स्पीकर डॉ. महंत (speaker dr charandas mahant) ने कहा कि यदि अनावश्यक कार्यों के लिए राशि की मांग की गई है जो ऐसे कार्यो में मितव्ययिता लाने के लिए भी समिति को सुझाव देने एवं अनुशंसा करने का अधिकार है । उन्होंने यह अपेक्षा व्यक्त की कि समिति अधिक से अधिक बैठकें कर लंबित कार्यो को निपटाने के लिए कार्य करेगी जिससे विधान सभा के प्रति जनता का विश्वास दृढ हो ।

ये भी रहे उपस्थित

बैठक विधान सभा परिसर स्थित मुख्य समिति कक्ष में संपन्न हुई । बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत विशेष रूप से उपस्थित थे। बैठक में समिति के सभापति संतराम नेताम, सदस्य लखेश्वर बघेल, शिशुपाल सोरी, देवेन्द्र यादव, अशीष कुमार छाबडा, चन्दन कश्यप एवं विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री चन्द्र शेखर गंगराड़े भी उपस्थित थे ।

सभापति बोले- वैकल्पिक नीतियों का सुझाव दे

प्राक्कलन समिति के सभापति संतराम नेताम ने कहा कि-प्राक्कलन समिति का मुख्य कार्य प्रशासन में कार्यपट्‌टुता ओर मितव्ययिता लाने के लिए वैकल्पिक नीतियों का सुझाव देना है । उन्होंने विश्वास दिलाया कि विधान सभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की अपेक्षाओं के अनुरूप समिति अपना कार्य करेगी, जिससे प्रदेश की जनता को शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो । समिति की बैठक में समिति के सदस्य शिशुपाल सोरी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव रखे ।

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