Chhattisgarh Teacher Suspension : स्कूल में लापता, सिस्टम से बाहर...! महासमुंद में सहायक शिक्षक राहुल बैपारी सस्पेंड...लगातार गैरहाजिरी बनी वजह...

Chhattisgarh Teacher Suspension : स्कूल में लापता, सिस्टम से बाहर…! महासमुंद में सहायक शिक्षक राहुल बैपारी सस्पेंड…लगातार गैरहाजिरी बनी वजह…

Gaurela-Pendra-Marwahi, negligent food inspector suspended

Gaurela-Pendra-Marwahi, negligent food inspector suspended

महासमुंद, 21 मई| Chhattisgarh Teacher Suspension : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में एक शिक्षक की लगातार गैरहाजिरी अब उसकी नौकरी पर भारी पड़ गई है। शासकीय प्राथमिक शाला, गहनाखार में पदस्थ सहायक शिक्षक (एल.बी.) राहुल बैपारी को कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे ने सख्त रुख अपनाते हुए निलंबन आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार शिक्षक की कार्यप्रणाली न केवल नियमों के विरुद्ध पाई (Chhattisgarh Teacher Suspension)गई, बल्कि पूर्व में मिले चेतावनियों का भी उस पर कोई असर नहीं पड़ा।

क्या थे आरोप?

विद्यालय समय पर अनुपस्थित रहना

शाला में अनियमित रूप से आना

कर्तव्यों के प्रति निरंतर लापरवाही

छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन

बीईओ (विकासखंड शिक्षा अधिकारी) सरायपाली द्वारा की गई जांच रिपोर्ट में ये सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद भी शिक्षक ने अपने आचरण में कोई बदलाव नहीं (Chhattisgarh Teacher Suspension)किया।

निलंबन का कानूनी आधार

राहुल बैपारी को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय बीईओ कार्यालय, सरायपाली तय किया गया है और नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।

बड़ी बात ये है:

निलंबन केवल सजा नहीं, संकेत है कि शिक्षा व्यवस्था में अनुशासन सर्वोपरि (Chhattisgarh Teacher Suspension)है। यह निर्णय बाकी शिक्षकों के लिए सिस्टम की एक चेतावनी भी है कि अब केवल नौकरी नहीं, जवाबदेही भी तय की जाएगी।

सम्पादकीय विश्लेषण:

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार और शिक्षा विभाग अब लापरवाह कर्मियों पर “शून्य सहिष्णुता नीति” अपना रहे हैं। स्कूलों में शिक्षकों की गैरहाजिरी एक राष्ट्रीय चिंता का विषय रही है, और इस तरह के कदम जमीनी स्तर पर शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *