Chhattisgarh Psc Scam : पीएससी घोटाला - पूर्व अध्यक्ष सोनवानी मास्टरमाइंड...सीबीआई का पूरक आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल...

Chhattisgarh Psc Scam : पीएससी घोटाला – पूर्व अध्यक्ष सोनवानी मास्टरमाइंड…सीबीआई का पूरक आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल…

Chhattisgarh Psc Scam

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Chhattisgarh Psc Scam : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (PSC) भर्ती घोटाले की जांच में बड़ा मोड़ आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दावा किया है कि आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी ही इस घोटाले के असली मास्टरमाइंड थे। एजेंसी ने कोर्ट में प्रस्तुत 2,000 पन्नों के पूरक आरोप पत्र में आरोप लगाया है कि सोनवानी ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल करते हुए न सिर्फ रिश्तेदारों, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं के करीबी लोगों को भी राज्य प्रशासनिक सेवा में चयनित कराया।

CBI का कहना है कि 2020 से 2022 तक की भर्ती परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक किए गए और परिणामों में हेरफेर कराई गई। जांच में यह भी सामने आया है कि परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र सोनवानी (Chhattisgarh Psc Scam) तक पहुंच जाते थे।

2021 भर्ती परीक्षा से जुड़ा मामला

यह घोटाला वर्ष 2021 की भर्ती परीक्षा से जुड़ा है।

प्रारंभिक परीक्षा: 13 फरवरी 2022 को आयोजित, 171 पदों के लिए 2,565 अभ्यर्थी पास हुए।

मुख्य परीक्षा: 26 से 29 मई 2022 के बीच हुई, जिसमें 509 उम्मीदवार सफल रहे।

साक्षात्कार: पूरा होने के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी हुई।

इसी चयन सूची पर भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और हेरफेर के गंभीर आरोप लगे थे।

12 आरोपी जेल में

CBI ने अपनी रिपोर्ट में साफ किया है कि इस पूरे घोटाले का संचालन (Chhattisgarh Psc Scam) सुनियोजित तरीके से किया गया। फिलहाल तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक और उद्योगपति श्रवण कुमार गोयल समेत 12 आरोपी जेल में हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि पूरक आरोप पत्र से घोटाले की गुत्थी और गहरी हो गई है तथा आगे और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।

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