Chhattisgarh के इस जिले में मप्र से लाई 13 लाख की शराब जब्त, छह गिरफ्तार, 6…
राजनांदगांव/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में लॉकडाउन पीरिएड में शराब (liquor seize) दुकानों में लगे तालों ने अंतरराज्यीय तस्करों को राजनांदगांव जिले (rajnandgaon district) के वनांचल क्षेत्रों में सक्रिय कर दिया है। जिले के खैरागढ़ से लेकर डोंगरगढ़, घुमका, मोहला आदि थाना क्षेत्रों में विगत एक सप्ताह में पुलिस ने 340 पेटी अंग्रेजी गोवा शराब (liquor seize) सहित आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लिया है।
इसके अलावा राजनांदगांव जिले (rajnandgaon district) इन्हीं क्षेत्रों में कच्ची महुआ शराब बेचने वाले भी सक्रिय हुए हैं और उन्हें भी पुलिस ने दबोचा है। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) के इस जिले से कुल 13 लाख की शराब की जब्ती मामले का खुलासा पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने एक प्रेस वार्ता में किया है। छह लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभी भी 6-7 लोगों को पुलिस ढूंढ रही है, जो फरारी काट रहे हैं।
मप्र केे लाकर किया था डंप
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस को एलर्ट किया गया था। 340 पेटी अवैध गोवा अंग्रेजी शराब को शौकीनों तक पहुंचाने सक्रिय तस्करों द्वारा शराब को मध्यप्रदेश के धार जिले से परिवहन कर छत्तीसगढ़ लाया गया और अलग-अलग स्थानों में डंप किया गया था।
इनके नेतृत्व में बनी टीमें
जानकारी लगने पर पुलिस ने थाना प्रभारी डोंगरगढ़ एलेक्जेंडर कीरो, थाना प्रभारी घुमका राजेश साहू, थाना प्रभारी खैरागढ़ लोमेश सोनवानी तथा चिखली चौकी प्रभारी जहीर अहमद के नेतृत्व में टीमें बनाकर तस्करों को दबोचने अलग-अलग क्षेत्रों में भेजा गया था।
गातापारा जंगल होते हुए आती थी शराब
शुक्ला ने बताया कि दो दिन पूर्व रात में सूचना के आधार पर खैरागढ़ में घेराबंदी कर तीन तस्करों एवम 15 पेटी शराब को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया था। इसी तरह ग्राम कलेवा थाना घुमका में भी पुलिस ने आरोपी भूपेश कोसरे को गिरफ्त में लेकर 15 पेटी गोवा शराब जप्त की थी। इसी आरोपी ने पूछताछ में मनीष सोनी का नाम बताया था। यह भी पता चला था कि तस्करों द्वारा गातापार जंगल होते हुए शराब लायी जाती है।
मनीष सोनी करता था सप्लाई
अवैध रूप से शराब लाने का काम आपूर्तिकर्ता मनीष द्वारा ही किया जाना भी सामने आया। इसी तरह अलग-अलग लोगों को शराब पहुंचाने के बाद वसूली का काम ईश्वर द्वारा किया जाता था। पुलिस को सबसे बड़ी सफलता 17 अप्रैल की रात हाथ लगी, जब खैरागढ़ थाना क्षेत्र में उन्हें 270 पेटी शराब जप्त करने में कामयाबी मिली।
मास्टर माइंड फरार, इनकी हुई गिरफ्तारी
पूरे तस्करी मामले का मास्टर माइंड मनीष राजपूत निवासी गातापार थाना खैरागढ़ अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है और फरार है। पुलिस ने अंतर्राज्यीय गिरोह में शामिल मनीष सोनी पिता स्व. परमानंद सोनी (31), निवासी मोहरा, थाना डोंगरगढ़, ईश्वर साहू पिता स्व. भिखारी साहू (40) निवासी डोंगरगढ़, भीषम वर्मा पिता विजय लाल (25) निवासी ग्राम कलेवा थाना घुमका, भूपेश कोसरे पिता टीकम कोसरे (23) निवासी ग्राम बोरी थाना लालबाग, प्रकाश यादव पिता सुखदेव यादव (25) निवासी ग्राम कलेवा थाना घुमका, पूरन वर्मा पिता स्व. रामलाल वर्मा (38) निवासी ग्राम मोहरा थाना डोंगरगढ़ को अपनी गिरफ्त में लेकर आबकारी अधिनियम की धारा 34 (2) का जुर्म दर्ज कर उन्हें रिमांड पर भेज दिया है।
मनीष का पता लगाने वाले 5 हजार का इनाम
छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में शराब लाने वाले अंतर्राज्यीय शराब तस्कर मनीष राजपूत का पता बताने वाले शख्स को पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने 5000 रुपये नगद इनाम देने की घोषणा की है। पकड़े गए आरोपियों के अनुसार मनीष राजपूत ही तस्करी का मुख्य सरगना है।जिला पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि अगले छह माह पुलिस विशेष अभियान चलाते हुए जिले को अवैध शराब बेचने वाले तस्करों से मुक्त कराने का प्रयास करेगी। यदि ऐसा होता गई तो यह बड़ी उपलब्धि होगी।