Chhattisgarh Fitness Movement : छत्तीसगढ़ में शुरू हुई मोटापे के खिलाफ नई पहल…बच्चों से लेकर बड़ों तक पर फोकस…

Chhattisgarh Fitness Movement : छत्तीसगढ़ में शुरू हुई मोटापे के खिलाफ नई पहल…बच्चों से लेकर बड़ों तक पर फोकस…

Chhattisgarh Fitness Movement

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Chhattisgarh Fitness Movement : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “फिट इंडिया और स्वस्थ जीवनशैली” अभियान को अब छत्तीसगढ़ में भी ज़मीन पर उतार दिया गया है। राज्य सरकार ने स्कूली बच्चों और नागरिकों को मोटापे जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष मुहिम छेड़ दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में यह पहल अब पूरे राज्य में तेजी से विस्तार पा रही है।

प्रधानमंत्री मोदी ने 28 जनवरी 2025 को देहरादून में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में फिट इंडिया अभियान को लेकर लोगों से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील की थी। उसी दिशा में, छत्तीसगढ़ सरकार ने यह कदम उठाया है।

इस अभियान के तहत बच्चों को पोस्टर, ऑयल बोर्ड और शुगर बोर्ड(Chhattisgarh Fitness Movement) जैसे माध्यमों से बताया जाएगा कि फास्ट फूड, मीठे पेय और तली-भुनी चीज़ें कैसे धीरे-धीरे मोटापे और अन्य बीमारियों की जड़ बनती हैं। साथ ही, उन्हें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और सक्रिय दिनचर्या की ओर भी प्रेरित किया जाएगा।

मोटापा: सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक और आर्थिक चुनौती भी

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS) के अनुसार, शहरी भारत में हर पांचवां वयस्क मोटापे से प्रभावित है। वहीं, “द लैंसेट जीबीडी 2021 मोटापा अध्ययन” की भविष्यवाणी है कि भारत में 2021 के 18 करोड़ मोटे वयस्कों की संख्या 2050 तक 44.9 करोड़ तक पहुंच सकती है, जिससे देश दुनिया में इस मामले में दूसरे स्थान पर आ जाएगा।

मोटापा सिर्फ दिखने की समस्या नहीं है। यह डायबिटीज(Chhattisgarh Fitness Movement), हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, कैंसर और मानसिक समस्याओं को जन्म देता है। बच्चों में यह आत्मविश्वास, स्कूली प्रदर्शन और सामाजिक व्यवहार को भी प्रभावित करता है।

फिट इंडिया से लेकर ईट राइट इंडिया तक: सरकारी कदम

10 मई 2025 को केंद्र सरकार ने स्कूलों, कार्यस्थलों और सार्वजनिक स्थलों में “ऑयल और शुगर बोर्ड” लगाने के आदेश जारी किए हैं, ताकि लोग अपने खान-पान में छिपी हुई वसा और चीनी की मात्रा को समझ सकें।

सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों को पौष्टिक भोजन दें और सीढ़ी चढ़ने, हल्के व्यायाम, और पैदल चलने जैसे छोटे बदलावों को अपनाएं।

सरकार के पोषण अभियान और ईट राइट इंडिया जैसे कार्यक्रम ज्वार, बाजरा, रागी जैसे मोटे अनाजों को प्रोत्साहित कर रहे हैं जो वजन(Chhattisgarh Fitness Movement) और शुगर दोनों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत पोषण शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। आयुष्मान भारत स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस प्रोग्राम के अंतर्गत शिक्षकों को हेल्थ एंड वेलनेस एंबेसडर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है।

जागरूकता की दिशा में सामूहिक प्रयास ज़रूरी

स्वास्थ्य मंत्रालय और FSSAI ने स्कूलों और ऑफिसों को जागरूकता सेमिनार, पोस्टर प्रदर्शनी, और “एक्सपीरिएंशल लर्निंग” जैसे उपायों को अपनाने को कहा है। छात्र खुद ऑयल और शुगर बोर्ड डिजाइन कर स्वस्थ और अस्वस्थ खाद्य पदार्थों में अंतर सीख रहे हैं।

FSSAI ने यूट्यूब चैनल पर जागरूकता सामग्री और पोस्टर भी जारी किए हैं, जिनका उपयोग स्कूल और संस्थान कर सकते हैं।

जन सहयोग से ही बनेगा फिट भारत

छत्तीसगढ़ में यह पहल साबित करती है कि सरकार, स्कूल और समाज अगर एक साथ मिलकर आगे बढ़ें, तो मोटापे जैसी चुनौती पर भी काबू पाया जा सकता है। फिट इंडिया, ईट राइट और पोषण गरिक से अपील है कि वह इस मुहिम का हिस्सा बने और अगली पीढ़ी को स्वस्थ जीवन अभियान जैसे कार्यक्रम भारत को एक स्वस्थ(Chhattisgarh Fitness Movement) और सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में अहम कदम हैं। हर नाकी सौगात दे।

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