Interesting : Chhattisgarh के दुखुराम, जीवन में दु:ख भी अपार, वीडियो ने किया दूर

Interesting : Chhattisgarh के दुखुराम, जीवन में दु:ख भी अपार, वीडियो ने किया दूर

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पखांजुर/नव प्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) के दुखुराम (dukhuram) के जीवन में दु:ख (misery) भी अपार हैं। हालांकि अब जाकर एक वीडियो (video) से उनका एक बड़ा दु:ख (misery) कम हो सका है। दुखुराम प्रदेश (chhattisgarh) के कांकेर (kanker) जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के ग्रामपंचायत जबेली के आश्रित ग्राम बल्लीगढ़ के निवासी हैं। वे नेत्रहीन हैं।

अब तक बांस की टूटी-फूटी झोपड़ी में ही रहते थे। लेकिन बारिश व ठंड के दिनों में इस झोपड़ी में उनका जीना दुभर हो जाता था। कभी तेज बारिश से झोपड़ी में पानी घुस जाता था तो कभी तेज हवा से घास पूस से बनी झोपड़ी की छत उड़ जाया करती थी।

लेकिन अब एक वीडियो से उनके लिए पक्के आशियाने की व्यवस्था हो सकी है दुखुराम पिछले 20 साल से टूटी फूटी झोपड़ी में ही रह रहे थे। शासन-प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अपनी पीड़ा भी बताई, लेकिन कोई हल नहीं निकला।

इसी बीच ठंड के दिनों में पखांजुर के युवक राजेश हालदार ने दुखुराम के पूरे परिवार को ठिठुरते हुए देखा। राजेश ने तत्काल इस परिवार का भावनात्मक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। तथा लोगोंं से दुखुराम केे पक्के आशियाने के लिए लोगों से आर्थिक मदद की अपील की।

वीडियो देख अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने भी की मदद

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो पर लोगों की नजर पड़ते ही कांकेर (kanker) के दुखुराम केे लिए लोगों की ओर से मदद के हाथ बढऩे लगे। कई अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आम लोग मदद के लिए आगे आये और अपने-अपने सामथ्र्य अनुसार मदद भी की। जिससे आज नेत्रहीन दुखुराम और उनके परिवार को एक सुरक्षित आशियाना मिल पाया है।

राजेश हालदार ने सभी सहयोगकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी इसी तरह नेक कार्यो में सभी से सहयोग की अपील की। इसके पहले भी राजेश हालदार ने सोशल मीडिया में एक कैंसर पीडि़त मासूम बच्चे की मदद के लिए लोगों से गुहार लगाकर बच्चे के इलाज हेतु 57000 रुपये की मदद राशि जुटाई थी।

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