Chhattisgarh Drug Racket : रायपुर ड्रग्स केस में बड़ा मोड़…नव्या मलिक और विधि अग्रवाल जेल भेजी गईं…15 तक न्यायिक रिमांड…

Chhattisgarh Drug Racket
Chhattisgarh Drug Racket : राजधानी में चर्चित ड्रग्स प्रकरण में मुख्य आरोपी नव्या मलिक और विधि अग्रवाल की परेशानी और बढ़ गई है। विशेष अदालत ने दोनों को 15 सितंबर तक न्यायिक रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। पुलिस अब तक कुल 9 लोगों को हिरासत में ले चुकी है, जिनमें नव्या मलिक, अयान परवेज, विधि अग्रवाल, ऋषिराज टंडन, सोहेल खान, जुनैद अख्तर, हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई और दीप धनोरिया शामिल हैं।
सूत्रों का कहना है कि नव्या और विधि नियमित तौर पर मुंबई और गोवा की रेव पार्टियों में जाती थीं। इन्हीं संपर्कों के जरिए रायपुर, नवा रायपुर, मंदिर हसौद, वीआईपी रोड और चंद्रखुरी स्थित होटल, क्लब और फार्महाउस में हाईप्रोफाइल(Chhattisgarh Drug Racket) पार्टियों का आयोजन होता था। बताया जा रहा है कि इन आयोजनों में पहले 25-30 लोग शामिल होते थे, लेकिन देर रात केवल चुनिंदा 10-15 लोग रह जाते थे। यहाँ ड्रग्स के साथ-साथ अश्लील गतिविधियों का भी खुलासा हुआ है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि विधि की इवेंट कंपनी “बिहाइंड द सीन्स” बड़े आयोजनों, खासकर न्यू ईयर पार्टियों की प्रमुख आयोजक रही है। अब तक की जब्ती कार्रवाई में 20 लाख रुपये मूल्य की संपत्ति चिन्हित की गई है। इस केस में गंज थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 21(सी) और 29 के तहत अपराध दर्ज किया है।
ऑपरेशन निश्चय की कार्रवाई
23 अगस्त को गंज थाना पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त कार्रवाई(Chhattisgarh Drug Racket) में देवेंद्र नगर ओवरब्रिज के पास हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई और दीप धनोरिया को पकड़ा गया था। उनके पास से 27.58 ग्राम एमडीएमए, 85,300 रुपये नगद, एक कार और पाँच मोबाइल फोन मिले थे। इसके बाद नव्या मलिक, अयान परवेज और अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया।
बड़े नेटवर्क का खुलासा
पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों के संबंध कई प्रभावशाली लोगों से हैं, जिनमें उद्योगपति, कारोबारी, चार्टर्ड अकाउंटेंट, और कुछ प्रशासनिक अधिकारियों तक के नाम शामिल हैं। पुलिस अब उन क्लब और फार्महाउस मालिकों से भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है, जिनके यहाँ पार्टियाँ आयोजित होती थीं। जांच एजेंसियाँ बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज खंगालने में जुटी हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों के मोबाइल से मिली चैट्स के आधार पर ड्रग्स उपभोक्ताओं की एक सूची तैयार हो रही है। इन लोगों को काउंसलिंग के लिए बुलाने और परिजनों को सूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।