Chhattisgarh Custom Rice Milling Scam : मिलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष को ED ने दिल्ली से पकड़ा
कस्टम राइस मिलिंग घोटाले में दूसरी गिरफ्तारी, 5 दिन की अभिरक्षा में ED के हवाले
रायपुर/नवप्रदेश। Chhattisgarh Custom Rice Milling Scam : ED ने राइस मिलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है। रोशन की गिरफ्तारी दिल्ली से की गई है। उन्हें रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 5 दिन की रिमांड पर सौंपा गया है। ED की ओर से सुनवाई के दौरान रोशन चंद्राकार की 14 दिन की रिमांड मांगी थी।
जांच में पता चला है कि एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रोशन चंद्राकर लेवी वसूलते और अफसरों को जानकारी देते। जिनसे रुपए नहीं मिलते उनका भुगतान रोक दिया जाता। कारोबारियों के अनुसार, अफसरों को हर काम का पैसा देना पड़ता था। 140 करोड़ के कस्टम राइस मिलिंग घोटाले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले 30 अप्रैल को ED ने मार्कफेड के पूर्व MD मनोज सोनी को गिरफ्तार किया था।
वसूली का ऐसा था सिस्टम
ED की जांच में ये पाया गया कि, तत्कालीन जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा को मनोज सोनी ने रोशन चंद्राकर के माध्यम से निर्देश दिया था। इसमें कहा गया था कि उन्हीं राइस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है, जिन्होंने वसूली की राशि रोशन चंद्राकर को दे दी है। किन राइस मिलर्स को भुगतान किया जाना है, इसकी जानकारी संबंधित जिले के राइस मिलर्स एसोसिएशन के जरिए मिलती थी। रोशन चंद्राकर जिन मिलर्स की जानकारी प्रीतिका को देता थे, उनका भुगतान कर बाकी मिलर्स की राशि रोक दी जाती थी।
दो साल से चला रहे थे ये खेल
कारोबारियों के अनुसार, मनोज सोनी, रोशन चंद्राकर और उनके सहयोगियों का खेल 2 साल से चल रहा था। इसके लिए पूरी टीम बनाई गई थी। टीम में मॉर्कफेड के अफसर और छत्तीसगढ़ स्टेट मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी भी शामिल थे। आरोप है कि कस्टम मिलिंग, डीओ काटने, मोटे धान को पतला करने, पतले धान को मोटा करने, FCI को नान में कंवर्ट करने का पैसा लिया जाता था।