Navpradesh special: दाम बढ़ने से रायपुर में गिरी सीमेंट की मांग, ये चीज बनी विकल्प
- व्यापारियों के अनुसार, रायपुर के ओवरऑल मार्केट में मांग में औसतन 20-25 फीसदी की कमी
- व्यक्तिगत आवासीय निर्माण के लिए प्रोफाइल शीट जैसे विकल्प का रुख कर रहे लोग
रायपुर/नवप्रेदश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh cement price) में सीमेंट की कीमतों में वृद्धि के बाद से यहां सीमेंट की खपत (cement demand decrease in raipur) कुछ कम हो गई है। आलम ये है कि व्यक्ति आवासीय निर्माण में लोग अब इसके अन्य विकल्पों जैसे प्रोफाइल शीट का रुख कर रहे हैं।
रायपुर (raipur cement traders) के सीमेंट के बड़े कारोबारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ (chhattisgarh cement price) में कीमतों में वृद्धि के बाद से राजधानी में सीमेंट की मांग पर असर दिख रहा है। मांग में कमी आ गई है। वहीं कुछ छोटे कारोबारियों का कहना है कि उनका कारोबार पहले की तरह ही चल रहा है, जो कुछ थोड़ी कमी आई है उसके पीछे की वजह मौसम का बदलाव व बारिश है।
कुछ कारोबारी बता रहे उठाव में 50 फीसदी तक की कमी
लेकिन सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के प्रोजेक्ट के लिए सीमेंट सप्लाई करने वाले व्यापारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ में कीमत वृद्धि के बाद से उनके यहां से सीमेंट के उठाव (cement demand decreases in raipur) में 50 फीसदी तक की कमी आई है। अंकित टेडर्स के अंकित गोपाल के मुताबिक उनके यहां से जनवरी माह की तुलना में फरवरी मेंं सीमेंट के उठाव (cement demand decreases) में 30 से 40 फीसदी की कमी आई है। जबकि एक अन्य बड़े व्यापारी ने बताया कि उनके यहां से सीमेंट के उठाव में 50 फीसदी तक की कमी आई हैं।
इन व्यापारी की मानें तो रायपुर के ओवरआल मार्केट में सीमेंट की मांग में 20-25 फीसदी तक की कमी का अनुमान है। लक्की ट्रेडर्स के मित्रेश कुमार दुबे ने भी मांग में कमी की बात कही है। जबकि हिंदुस्तान ट्रेडर्स के अमिताभ अग्रवाल की मानें तो उनके यहां सेल पहलेे की तरह ही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल में हुई बारिश से डिमांड में कुछ कमी देखी गई होगी लेकिन मौसम खुलने पर उठाव पहले जैसा ही है।
प्रोफाइल शीट का बढ़ रहा चलन : शफीक अहमद
दीवान ट्रेडर्स के शफीक अहमद ने बताया कि दामों में इजाफे से सीमेंट की मांग में कमी आई है। लेकिन जो पहले से निर्माण करा रहे हैं वो तो दाम बढऩे पर भी सीमेंट खरीदेंगे ही। हां, जो निर्माण शुरू करने जा रहे हैं, वो कुछ दिन के लिए जरूर टाल सकते हैं, जिससे मांग में कमी आ रही है। इस बीच लोग अपने बजट के मुताबिक घर बनाने केे लिए सिर्फ रहने वाली जगह पर स्लैब करवा रहे रहे हैं और अन्य जगह पर प्रोफाइल शीट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
शफीक अहमद ने मांग में कमी को आंकड़ों में बताते हुए कहा कि पहले वे 500-600 बैग सीमेंट रोज बेचते थे, जबकि दाम बढऩे के बाद से अब बमुश्किल 400 बैग ही बेच पा रहे हैं। शफीक ने कहा कि अब उनके पास से प्रोफाइल शीट व एमएस पाइप की बिक्री बढ़ रही है।
कीमत वृद्धि के अलावा ये कारण भी जिम्मेदार
रायपुर के बड़े सीमेंट कारोबारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दाम बढऩे के अलावा राजधानी में सीमेंट की मांग में कमी आने का बड़ा कारण लिक्विडिटी का फ्लो कम होना भी है। इसकी वजह से निजी व सरकारी क्षेत्र के बड़े कामोंं में उम्मीद के अनुरूप तेजी नहीं है। ठेकेदारों को भुगतान में हो रही देरी के कारण बड़े प्रोजेक्ट के लिए सीमेंट की डिमांड में कमी आ रही है।
वहीं लिक्विडिटी में कमी का बड़ा कारण राज्य को केंद्र की ओर से मिलने वाले जीएसटी कंपनसेशन में हो रहा विलंब भी है। दूसरी बात यह भी है कि छत्तीसगढ़ में डिमांड की तुलना में सीमेंट का प्रोडक्शन ज्यादा है। कारोबारी के मुताबिक दाम बढऩे के बाद से उनके प्रतिष्ठान से सीमेंट का उठाव 50 फीसदी तक कम हो गया है।