Chhattisgarh Assembly Meeting : विधानसभा समिति कक्ष में मुख्यमंत्री और विपक्ष आमने-सामने…रजत जयंती वर्ष के संकल्पों पर हुई गहन चर्चा

Chhattisgarh Assembly Meeting
रायपुर, 14 जुलाई। Chhattisgarh Assembly Meeting : छत्तीसगढ़ विधानसभा का माहौल सोमवार को गंभीर भी था और गरिमामय भी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की अहम बैठक आयोजित की गई, जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के दिग्गज एक साथ एक टेबल पर नजर आए। इस बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई मायनों में इसे सहमति और संवेदनशीलता का क्षण कहा जा रहा है।
बैठक में ये प्रमुख चेहरे रहे मौजूद(Chhattisgarh Assembly Meeting)
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, विधायक अजय चंद्राकर, धर्मजीत सिंह सहित समिति के अन्य सदस्य बैठक में शामिल हुए।
बैठक में रजत जयंती वर्ष के तहत विधानसभा सत्र की योजनाओं पर विचार किया (Chhattisgarh Assembly Meeting)गया। साथ ही, विधानसभा को अधिक प्रभावशाली, उद्देश्यपरक और जनहित से जुड़ा बनाने की दिशा में रणनीतियां तय की गईं।
पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त को श्रद्धांजलि, सियासत ने दिखाई संवेदना की झलक(Chhattisgarh Assembly Meeting)
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बैठक के दौरान प्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्व. शेखर दत्त को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा – शेखर दत्त जी ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में न केवल संवैधानिक दायित्व निभाया, बल्कि राज्य निर्माण के मूल विचार को भी मजबूती दी। रजत जयंती वर्ष में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा:
सक्ती रियासत के राजा और पूर्व मंत्री सुरेंद्र बहादुर सिंह जी को भी मैं नमन करता हूं। छत्तीसगढ़ के सामाजिक और राजनीतिक निर्माण में उनका योगदान ऐतिहासिक रहा है।
राज्य निर्माण से लेकर आज तक का सफर चर्चा में रहा
बैठक के दौरान यह भी चर्चा हुई कि छत्तीसगढ़ अपनी रजत जयंती वर्ष मना रहा है। ऐसे में यह जरूरी है कि विधानसभा भी अपने क्रियाकलापों को और अधिक जनकेंद्रित, उत्पादक और संवेदनशील (Chhattisgarh Assembly Meeting)बनाए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि यह वर्ष सिर्फ समारोह नहीं, बल्कि जनसेवा और संकल्प का प्रतीक बनना चाहिए।