आश्चर्य! छग की इस जगह 225 रु. में मिल रहा 270 का सीमेंट, सप्लाई सिर्फ…

chhattisgarh ultratech cement
कोरबा/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) की एक जगह ऐसी भी है , जहां सीमेंट 225 रुपए प्रति बोरी के हिसाब से मिल रहा है, वो भी अल्ट्राटेक (altratech cement) ब्रांड का।
लॉकडाउन में छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में सीमेंट की कीमतों में इजाफे के बाद आज इस कंपनी (altratech cement) के सीमेंट की एक बोरी की कीमत 265-270 रुपए हो गई है। लेकिन सिर्फ वनमंडल कोरबा (korba forest division) को ही अल्ट्राटेक सीमेंट 225 रुपए प्रतिबोरी के हिसाब से ही सप्लाई किया जा रहा है।

दरअसल वनमंडल कोरबा (korba forest division) ने विभागीय कार्यों के लिये सामग्री आपूर्ति की निविदा मंगाई थी। इसमेंं ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट का सबसे कम रेट कोट करने वाले निविदाकार को सप्लाई करने का कार्य आदेश वनमंडलाधिकारी ने 12 मई 2020 को जारी किया।
जिस निविदाकर को यह वर्क ऑर्डर मिला उसने अल्ट्राटेक सीमेंट की कीमत 225 रुपए प्रति बैग कोट की है। यहीं नहीं निविदाकार इस रेट पर (korba forest division) को सीमेंट सप्लाई भी कर रहा है, जो कि अपने आप में आश्चर्य है। यह रहस्य समझ तो हर किसी को आ रहा है, लेकिन हर कोई खामोश बैठा है। लेकिन एक चर्चा जरूर आम हो गई है कि वन विभाग के नुमाइंदे असम्भव को सम्भव बनाने का पुरजोर प्रयास कर रहे है।
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वर्क ऑर्डर में पारदर्शिता
सामग्री खरीदी में पारदर्शिता लाने के लिए क्रय अधिनियम का पालन करते हुये निविदा मंगाई जाती है। निविदा के माध्यम से कम रेट कोड करने वाले निविदाकार को सामग्री सप्लाई का वन विभाग वर्क ऑर्डर जारी करता है।
वन विभाग पूरे एक वर्ष के लिये ठेकेदारों से रेट मंगाता है जिससे कि जरूरत के मुताबिक सामग्री मंगाई जा सके। सीमेंट के दाम बढऩे के बाद भी पुराने रेट पर सीमेंट सप्लाई किया जाना अपने आप में आश्चर्य है। इस आश्यर्च को लेकर लोगोंं के मुंह से ये बातें भी सुनने को मिल रही है कि कहीं ये खरीदी कागजों में ही तो नई कराई जा रही, या कम सप्लाई देकर ज्यादा का तो बिल नहीं बनाया जा रहा है।
एल 1 ने हाथ खड़े किए तो एल 2 को दिया ऑर्डर
इस मामले का रोचक बात यह भी है कि सीमेंट खरीदी के लिये बुलाये गए टेंडर में एल 1 आने वाले कटघोरा के सप्लायर ने जब कम रेट में सप्लाई करने से हाथ खड़ा कर दिया तो सेकेंड लोवेस्ट यानी एल 2 बुधवारी बाजार के ठेकेदार को सप्लाई ऑर्डर जारी किया गया। बता दें कि अनुबंध के मुताबिक सप्लाई ऑर्डर बीच मे छोडऩे वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्डेड कर उनके द्वारा जमा की गई राशि को राजसात करने का प्रावधान है।
ये ठेकेदार का आउट लुक
विभागीय कार्यों के लिए ब्रांडेड सीमेंट सप्लाई का अनुबंध 225 रु. प्रति बैग कटघोरा के सप्लायर से किया गया था। ठेकेदार समय पर सीमेंट की आपूर्ति नहीं कर पा रहा था। इसे देखते हुए सेकंड लोवेस्ट आने वाले बुधवारी बाजार के ठेकेदार को सप्लाई ऑर्डर दिया गया है। रही बात रेट बढऩे की तो वह ठेकेदार का आउट लुक है। विभाग तो इससे कोई लेना-देना नहीं है। गड़बड़ी मिलने पर करवाई की जाएगी।
–गुरुनाथन एन, डीएफओ कोरबा