Chhattisgarh AI Fellowship : छत्तीसगढ़ के युवाओं को डिजिटल दुनिया का पासपोर्ट…AI और डेटा साइंस पढ़ो..हर महीने कमाओ…

Chhattisgarh AI Fellowship
राज्य में पहली बार शुरू हुआ AI एंड Data Science M.Tech कोर्स, मुख्यमंत्री IT फैलोशिप योजना के तहत युवाओं को मिलेगा बड़ा मौका
रायपुर, 12 जुलाई| Chhattisgarh AI Fellowship : छत्तीसगढ़ सरकार ने युवाओं के भविष्य को तकनीकी दक्षता और डिजिटल गवर्नेंस से जोड़ने के लिए एक क्रांतिकारी पहल की है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा साइंस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को हर महीने ₹50,000 का स्टाइपेंड मिलेगा। यह सुविधा मुख्यमंत्री IT फैलोशिप योजना के तहत दी जाएगी और यह प्रोग्राम केवल छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए खुला होगा।
ट्रिपलआईटी में नया कोर्स: पढ़ाई के साथ मिलेगा सरकारी प्रोजेक्ट्स में काम का अनुभव
छत्तीसगढ़ की राजधानी नवा रायपुर स्थित IIIT (ट्रिपलआईटी) में AI एंड डेटा साइंस (DSM-I) में M.Tech प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। इस कोर्स में विद्यार्थियों को न केवल कक्षा में थ्योरी पढ़ाई जाएगी, बल्कि वे सीधे CHiPS (Chhattisgarh Infotech Promotion Society) के साथ जुड़कर सरकार के तकनीकी प्रोजेक्ट्स पर भी काम करेंगे।
छत्तीसगढ़ मॉडल: पढ़ाई + प्रोजेक्ट + प्रोत्साहन
हर छात्र को हर महीने मिलेगा ₹50,000 का स्टाइपेंड
पढ़ाई के साथ मिलेगा लाइव IT प्रोजेक्ट्स पर काम करने का मौका
सरकारी IT संरचना में मिलेगा व्यावहारिक (Chhattisgarh AI Fellowship)अनुभव
भविष्य के लिए तैयार होंगे AI विशेषज्ञ और शासन सलाहकार
डिजिटल गवर्नेंस का सपना अब यथार्थ
छत्तीसगढ़ सरकार AI आधारित प्रशासन को बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। बजट 2025-26 में 266 करोड़ रुपए का प्रावधान आईटी संसाधनों, स्मार्ट गवर्नेंस और डिजिटल एजुकेशन इकोसिस्टम के लिए किया गया (Chhattisgarh AI Fellowship)है।
“हम AI को सिर्फ अपनाना नहीं, खुद से गढ़ना चाहते हैं” – प्रो. ओपी व्यास
ट्रिपलआईटी के डायरेक्टर प्रो. ओपी व्यास ने कहा – “AI को डिजाइन करने के लिए भी AI इंजीनियर की जरूरत होती है। इस प्रोग्राम के जरिए हम छत्तीसगढ़ को सिर्फ उपभोक्ता नहीं, एक निर्माता राज्य के रूप में देखना चाहते हैं।”
पॉलिसी और तकनीक का मेल
इससे पहले राज्य सरकार ने IIM रायपुर के साथ मिलकर Public Policy & Governance में MBA प्रोग्राम शुरू किया (Chhattisgarh AI Fellowship)था। अब ट्रिपलआईटी में तकनीकी फेलोशिप के माध्यम से AI और प्रशासन को जोड़ने का काम किया जा रहा है।