Chhattisgarh ACB ने केंद्र के अफसर को घूस लेते पकड़ा, किस्तों में मांगे थे…
रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ एसीबी (chhattisgarh acb) ने गुरुवार को रिश्वत (bribe) लेते हुए केंद्रीय शासन के एक अधिकारी (central government officer) को रंगेहाथ पकड़ लिया (caught red handed) । एसीबी द्वारा विज्ञप्ति जारी कइ इस संबंध की जानकारी दी गई है। इसके मुतािबक एसीबी (Chhattisgarh acb) ने रेलवे के मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक को प्रार्थी से 30 हजार रुपए की िरश्वत (bribe) लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया (caught red handed) ।
रायपुर निवासी युवक ने की थी शिकायत
केंद्रीय शासन के आरोपी अधिकारी (central government officer) का नाम शुंभाशीष सरकार, पिता स्व गोपाल चन्द्र सरकार (54) है। शुंभाशीष के खिलाफ रायपुर िनवासी नीरज कुमार ठाकुर पिता इन्द्र बहादूर सिंह (28) ने एसीबी में शिकायत की थी। रायपुर के कैलाशपुरी चैंक, वार्ड नंबर-56, बुढ़ा तालाब निवासी नीरज ने दिनांक 06.04.2020 को एक लिखित शिकायत पत्र पुलिस अधीक्षक, एन्टी करप्शन ब्यूरो, रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसमें बताया गया था कि बिलासपुर निवासी संदीप राय ने रेल्वे काॅलोनी सफाई का कार्य टेंडर पर लिया गया है। संदीप राय की फर्म सांई छाया वेयर हाउस बिलासपुर का प्रोपाईटर है जिसके कार्य करने के लिये आवेदक को अधिकार पत्र एवं मुख्तयार दिया गया है।
आवेदक ने शिकायत में ये बताया
आवेदक ने िशकायत में बताया िक उसने माह जुलाई से दिसम्बर तक किये कार्य का 15,96,000 रुपये का बिल जमा किया है। लेिकन माह जनवरी 2020 से मार्च 2020 तक के कार्य भुगतान के लिये शुंभाशीष, खारून रेल विहार कालोनी, फाफाडीह चौक, दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे (एसईसीआर) रायपुर द्वारा 8 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत की मांग की। आवेदक के मुताबिक कार्य के शुरू से ही भुगतान हेतु काफी प्रताड़ित किया गया और लगतार बेखौफ होकर रेल्वे के अधिकारी द्वारा प्रार्थी से रिश्वत मांगी जा रही है और न देने पर उसका भुगतान रोका जाता है।
अफसर ने किस्तों में मांगी थी 1 लाख 20 हजार की रिश्वत
आखिरकार प्रार्थी द्वारा रिश्वत की प्रताड़ना से तंग आकर एसीबी कार्यालय में आकर पुलिस अधीक्षक रायपुर को अपनी व्यथा बताई गई। जिस पर संज्ञान लेते हुये शिकायत का सत्यापन कराया गया। इसमें पाया गया कि आरोपी अधिकारी द्वारा प्रार्थी से 1,20,000/- रुपये की रिश्वत मांगी है। जिसे प्रार्थी को किस्तों में देना है। सत्यापन उपरांत ट्रेप टीम का गठन किया गया एवं विधिवत कार्रवाई उपरांत गुरुवार दिनांक 30-04-2020 को अनावेदक ने आवेदक से प्रथम किस्त के रूप में 30,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया ।