chanakya neeti: क्यों आचार्य चाणक्य ने कहा कि विद्याहीन व्यक्ति से..
chanakya neeti : उच्च कुल व धनी घराने में पैदा होकर भी विद्याहीन व्यक्ति से किसी को क्या लाभ हो सकता है? सत्य तो यह है कि छोटे कुल में उत्पन्न व्यक्ति यदि विद्वान है तो वह अपनी विद्वता द्वारा अन्य व्यक्तियों को लाभ पहुंचाते हुए देवताओं द्वारा भी पूजित हो सकता है।
इसका अर्थ यह है कि महत्व विद्या का है वंश का नहीं। (chanakya neeti) विद्या सम्पन्न व्यक्ति ही वांछित है। इस संसार में विद्वान का आदर सर्वत्र होता है। विद्वान की ही चहुं ओर पूजा होती है। संसार में यश भी चारों ओर से प्राप्त होता है।
अतः विद्या द्वारा ज्ञान प्राप्त करने में व्यक्ति को कभी प्रसाद नहीं करना चाहिए। (chanakya neeti) वस्तुतः विद्या से संसार की सभी वस्तुएं (सुख, वैभव,ऐश्वर्य, वैभवशाली जीवन) प्राप्त हो सकता है। अतः विद्या ही वांछनीय है।