Chaitanya Baghel  Money Trail : शराब सिंडिकेट से जुड़े 1000 करोड़ रुपये कैश हैंडलिंग में चैतन्य का नाम आया सामने…ईडी ने रिमांड में किया बड़ा खुलासा…

Chaitanya Baghel  Money Trail : शराब सिंडिकेट से जुड़े 1000 करोड़ रुपये कैश हैंडलिंग में चैतन्य का नाम आया सामने…ईडी ने रिमांड में किया बड़ा खुलासा…

Chaitanyas name surfaced in Rs 1000 crore cash handling related to liquor syndicate

Chaitanya Baghel Money Trail

छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित घोटाले में अब नजरें एक युवा चेहरे पर हैं। करोड़ों के नकद लेन-देन, निवेश, और सियासी कनेक्शन ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।

Chaitanya Baghel  Money Trail : छत्तीसगढ़ की राजनीति एक ऐसे मोड़ पर खड़ी है, जहां सत्ता, सिंडिकेट और संतान- तीनों एक ही मंच पर हैं, लेकिन किरदारों की चुप्पी सबसे ज़्यादा बोल रही है।

शराब कारोबार से जुड़ा कथित 3200 करोड़ रुपये का घोटाला अब अपने सबसे संवेदनशील मोड़ पर पहुंच चुका है। जांच एजेंसी ने एक बड़ा दावा करते हुए इस मामले में एक पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र को गिरफ्तार किया (Chaitanya Baghel  Money Trail)है- आरोप है कि उन्हें शराब सिंडिकेट से 1000 करोड़ रुपये से भी अधिक कैश मैनेजमेंट के लिए मिले।

कैसे पहुंचा नकद सत्ता के वारिस तक?

इसकी कहानी एक होटल के बेसमेंट से शुरू होती है। जहां लाखों की नहीं, बल्कि करोड़ों की नकदी गिनी जाती थी, ठीक वैसे ही जैसे पुराने दौर की हवाला मंडियां। जांच रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नकद अनवर ढेबर और नीतेश पुरोहित के जरिए उस युवा नेता तक पहुंचता था, जिसे अगली पीढ़ी का चेहरा माना जाता रहा है।

शिकंजा तब कसता है जब एक कारोबारी, जिसे पिता के करीबी माना जाता है। अपना बयान देता है। वह न सिर्फ पूरी रकम के प्रवाह की पुष्टि करता है, बल्कि यह भी बताता है कि पैसों का एक हिस्सा एक राजनीतिक पार्टी के कोषाध्यक्ष को भी दिया (Chaitanya Baghel  Money Trail)गया। हैरानी की बात ये कि वह कोषाध्यक्ष पिछले दो साल से लापता है।

कैसे हुआ निवेश का खेल?

जांच एजेंसी का दावा है कि आरोपी ने इस अवैध आय को वैध दिखाने के लिए प्रोजेक्ट्स, संपत्तियों और कथित लोन स्ट्रक्चर का इस्तेमाल किया। कुछ संस्थानों को लोन दिखाया गया, लेकिन बदले में उन संस्थानों ने उसी प्रोजेक्ट में निवेश किया यानी पैसे ने सिर्फ अपना लिबास बदला, पहचान नहीं।

अब ये घोटाला एक और अहम सवाल की तरफ बढ़ रहा है, जिस व्यक्ति के बयान पर गिरफ्तारी हुई, वही व्यक्ति आज़ाद क्यों घूम रहा है? जब सत्ता के गलियारों में ये सवाल उठता है तो उसका जवाब अक्सर चुप्पी होता है, लेकिन इस बार प्रदेश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी चुप नहीं है। उन्होंने गिरफ्तारी को “असंवैधानिक और बदले की कार्रवाई” बताया (Chaitanya Baghel  Money Trail)है, और 22 जुलाई को बंद और चक्काजाम का ऐलान कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed