CG-विधानसभा में गूंजा भूपेश के घर ईडी की छापेमारी का मुद्दा, विपक्ष का वॉकआउट-इधर भाजपा और कांग्रेस में वार शुरू

cg vidhansabha
छत्तीसगढ़। (Chhattisgarh Assembly Budget Session) छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के दसवें दिन की शुरूआत ही हंगामे से शुरू हुई। इसकी बड़ी वजह भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ईडी की छापेमारी (ED raids the house of former Chief Minister Bhupesh Baghel) का मुद्दा। इस छापे का कारण बताते हुए ईडी ने कहा है कि शराब शराब घोटले से अवैध आय के प्राप्तकर्ता भूपेश के बेटे चैतन्य बघेल ने प्राप्त की है,जो भूपेश के सरकारी आवास में रहते हैं। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में जमकर नारेबाजी करते हुए सदन के गर्भगृह तक पहुंचे गए है। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष डाक्टर रमन सिंह ने सभी विधायकों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही सभी कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके पूर्व आसंदी ने कहा कि इस मुद्दे को विपक्ष शून्य काल के दौरान उठा सकता है। बहरहाल, विपक्ष के वॉकआउट करने के बाद प्रश्नकाल का दौर जारी रहा।
इधर, अब भूपेश के घर ईडी की छापेमारी को लेकर भाजपा और कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चालू है। ईडी की छापेमारी के बाद राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रही है, जबकि भाजपा इसे कानून के तहत की गई कार्रवाई मान रही है। इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई और राजनीतिक घटनाक्रम पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने भी सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा लगातार दुर्भावनापूर्ण तरीके से काम कर रही है। ईडी की इस कार्रवाई से कुछ भी हासिल नहीं होगा। कांग्रेस इस मुद्दे पर पूरी ताकत से लड़ाई लड़ेगी।
डिप्टी सीएम अरूण साव ने कहा है ईडी की कार्रवाई लंबे समय से जारी है
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम अरुण साव ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कोई इस बात से कैसे इनकार कर सकता है कि बघेल के कार्यकाल में बड़े घोटाले हुए हैं? ईडी की कार्रवाई लंबे समय से चल रही है। ऐसा नहीं है कि आज अचानक कोई कार्रवाई की गई है। ईडी लंबे समय से जांच कर रही है। जांच की प्रक्रिया में, उन्हें कुछ तथ्य और संदेह मिले होंगे और उसके आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की है। यदि आपकी कोई भूमिका नहीं है, तो डरने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है।”
ईडी का आधिकारिक बयान
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया ‘ङ्गÓ पर बयान जारी किया। उन्होंने लिखा, “छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले के संबंध में 10 मार्च 2025 को दुर्ग जिले में 14 स्थानों पर पीएमएलए के तहत तलाशी की जा रही है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से संबंधित परिसर शामिल हैं, जिनमें उनके बेटे चैतन्य बघेल का आवास और उनके करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल का निवास भी शामिल है। ईडी ने दावा किया कि चैतन्य बघेल शराब घोटाले से उत्पन्न अपराध की आय के प्राप्तकर्ता भी हैं। इस घोटाले से लगभग 2161 करोड़ रुपये की अवैध आय उत्पन्न हुई है, जिसे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निकाला गया है।
सचिन पायलट और पवन खेड़ा की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। उन्होंने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के यहां ईडी की छापेमारी केंद्र सरकार की राजनीतिक मंशा को उजागर करती है। भाजपा, ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्षी नेताओं को डराने के लिए कर रही है।”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी ट्वीट कर भाजपा पर जोरदार हमला किया। उन्होंने लिखा, आज जब संसद का सत्र शुरू हो रहा है, चारों ओर से घिरी हुई भाजपा ने सुर्खियाँ बदलने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी की रेड करवा दी। भाजपा को समझ लेना चाहिए कि वह न कांग्रेस को रोक पाएगी, न हमारे किसी नेता को। न डरे हैं, न डरेंगे।
भूपेश बघेल का पलटवार
इससे पहले, भूपेश बघेल के कार्यालय से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया गया कि जब सात साल से चल रहा झूठा मामला अदालत में खारिज हो गया, तो अब ईडी उनके भिलाई स्थित आवास में पहुंच गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश के जरिए कांग्रेस को रोकने की कोशिश की जा रही है।