CG Students : 12वीं के छात्र ध्यान दें…! माशिम ने इस फैसले से छात्रों को मिलेगी सुविधा
रायपुर/नवप्रदेश। CG Students : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नवीन व्यवसायिक पाठ्यक्रम को मुख्य विषय में शामिल कर लिया है। 22 नवंबर को बोर्ड की कार्यपालिका और वित्त समिति की बैठक में यह प्रस्ताव दिया था।
अब समिति ने निर्णय लिया है कि कक्षा बारहवीं से भाषा के दो विषय में से एक के स्थान पर नवीन व्यवसाय पाठ्यक्रम का विषय चुना जा सकेगा। इस प्रकार छात्र छात्राओं को 2 भाषा में से एक भाषा की छूट रहेगी। बोर्ड के सचिव वीके गोयल के द्वारा जारी आदेश के अनुसार छात्र छात्राएं द्वितीय भाषा को स्वेच्छा से अतिरिक्त विषय के रूप में चुनकर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। अतिरिक्त विषय के अंक परीक्षा परिणाम में नहीं जोड़े जाएंगे।
छात्रों को विषय चयन के लिए मिली छूट
ये व्यवस्था मंडल के द्वारा सत्र 2023 24 से लागू होगी। परीक्षा व्यवस्था करीब 2 सत्र के बाद लागू की जा रही है। इससे पहले माशिम ने 2019 में इसके अध्ययन और सिफारिश के लिए 5 सदस्य समिति बनाई थी, जिसमें रायपुर के विधायक विकास उपाध्याय, बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडे, प्रोफेसर राकेश शर्मा, नीलिमा रॉबिंस, समग्र शिक्षा के संचालक राजेश अग्रवाल सदस्य थे। कोरोना काल और अन्य कारणों की वजह से सिफारिश लागू नहीं की जा सकी थी। ऐसे में अब देर से ही सही नए सत्र से परीक्षा की नई व्यवस्था लागू होने जा रही है।
व्यवसायिक शिक्षा के प्रति बढ़ेगा रुझान
माना जा रहा है कि इससे विद्यार्थियों का व्यवसायिक शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ेगा। नई व्यवसायिक शिक्षा को कोर सेमेस्टर में रखा रखा गया है। अब तक व्यवसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम दसवीं तक अनिवार्य थी, लेकिन 11वीं 12वीं में ऑप्शनल किए जाने से छात्रों में इसके प्रति रुचि कम होने लगी है।
स्कूल के प्रचार्य और शिक्षक भी नवीन पाठ्यक्रम को व्यवसायिक पाठ्यक्रम को ज्यादा प्रोत्साहित नहीं कर रहे हैं। आपको बता दें कि 100 अंकों के पेपर में से 70% प्रैक्टिकल और 30% थ्योरी के अंक दिए जाएंगे। 70% प्रैक्टिकल में 40% प्रैक्टिकल और 30% वाइवा के होंगे।
इससे कुल प्राप्तांक में स्कोरिंग (CG Students) का अवसर मिलेगा। मंडल ने सर्वोच्च अंक प्राप्त व्यवसायिक शिक्षा के छात्रों को प्रवीण्य सूची में स्थान देने की बात कही है। मंडल का नवीन व्यवसायिक पाठ्यक्रम को लेकर यह फैसला छत्तीसगढ़ के शिक्षा की दृष्टि से बड़ा निर्णय कहा जा रहा है।