चिट फंड को लेकर छत्तीसगढ़ में सीबीआई का छापा, बढ़ेगी इनकी मुश्किल
नई दिल्ली/रायपुर/नवप्रदेश। सीबीआई (cbi search in chhattisgarh) ने चिटफंड (chit fund fraud) (मल्टी लेवल मार्केटिंग व पोंजी स्कीम) के तहत हुए फर्जीवाड़े मामले में चल रही जांच के तहत गुरुवार को छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में सर्च की कार्रवाई को अंजाम दिया।
इस दौरान सीबीआई (cbi search in chhattisgarh) की टीम ने इस चिटफंड (chit fund) फर्जीवाड़ा मामले में विभिन्न स्थानों से संदिग्ध दस्तावेज प्राप्त हुए हैं, जिनसे आरोपियों की मुश्किल और बढ़ सकती है। सीबीआई सूत्रों से नव प्रदेश को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मामले के आरोपियों के छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल व त्रिपुरा स्थित दफ्तरों व आवासों पर सीबीआई की टीम ने दबिश दी।
पश्चिम बंगाल में 20, छत्तीसगढ़ में 2 व त्रिपुरा में एक जगह पर दबिश दी गई। इन ठिकानों से अहम संदिग्ध दस्तावेज प्राप्त हुए हैं। इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है। माना जा रहा कि इन दस्तावेजों के जरिए जो जानकारी हाथ लगी है उससे आरोपियों की मुश्किल बढ़ सकती है।
विन ऑफ अर्थ मार्केटिंग लिमिटेड के कर्ता-धर्ताओं से जुड़ा मामला
यह कार्रवाई मेसर्स विन ऑफ अर्थ मार्केटिंग लिमिटेड खिलाफ दर्ज मामले में की गई है। बता दें कि &0-10-2018 को कंपनी के चेयरमैन प्रदीप कुमार रॉय चौधरी, वाइस चेयरमैन चिन्मय रॉय, चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर पुष्पपाल राय चौधरी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, शुर्वा रॉय चौधरी, डायरेक्टर धीरेंद्र नाथ जाना के साथ ही प्रबीर गांगुली व कविता गांगुली के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट केे आदेश के अनुपालन में केस दर्ज किया गया था। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने झूठे वादे करके लोगों के पास से अनधिकृत तौर पर पैसा इक_ा किया। आरोपियों ने निवेशकों को वादा किया था कि उन्हें उनके पैसे अÓछे खासे ब्याज के साथ लौटाए जाएंगे। लेकिन लोगों को झांसे में लेने के बाद उन्होंने इस पैसे को गबन कर दिया।