CAG Report : पूर्व व वर्तमान मुख्यमंत्री का ट्वीटर वार…
रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में प्रस्तुत महालेखाकार की रिपोर्ट (CAG Report) में राज्य की सड़कों के निर्माण के लिए आबंटित राशि के उपयोग पर छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भूतपूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच जोरदार ट्वीटर वार चल रहा है। जिसमें वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के 15 साल मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह को मात दी है।
दरअसल विधानसभा में प्रस्तुत कैग की रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ सड़क विकास निगम लिमिटेड (सीजीआरडीसीएल) द्वारा वर्ष 2018-19 के लिए आबंटित 1157 करोड़ रूपए में से सिर्फ 524 करोड़ रूपए व्यय किए जाने का उल्लेख है जो कि कुल आबंटन का लगभग 45 प्रतिशत होता है। इसी बात को लक्ष्य करते हुए डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट किया कि भूपेश बघेल सरकार की नीतियां और व्यवस्थाएं खोखली है और इस आबंटन का खर्च नहीं हो पाना इस सरकार की लापरवाही और निकम्मापन सिद्ध करता है।
इस ट्वीट का शायराना ढंग से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि- डर कर आईना देखने से इंकार करता है फिर भी खुद ही खुद को बेनकाब करता है। इसके साथ ही उन्होने डॉ. रमन सिंह को यह याद दिलाया कि वर्ष 2018-19 में नौ महीनों तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और कांग्रेस की सरकार ने सिर्फ तीन महीने इस वित्तीय वर्ष में कार्य किया है। उन्होने आंकड़े देकर यह भी बताया कि इस आबंटन से अपने नौ महीनों में डॉ. रमन सिंह सरकार में लगभग 28 प्रतिशत राशि का ही उपयेाग किया था जबकि उनके मुुख्यमंत्री बनने के बाद अगले तीन महीनों में लगभग 18 प्रतिशत राशि का उपयोग इस योजना में किया गया है जो यह साफ करता है कि यदि यह राशि पूरे वित्तीय वर्ष के लिए उन्हे प्राप्त होती तो वे अच्छे परिणाम दे सकते थे।
वास्तव में विधानसभा में प्रस्तुत कैग की रिपोर्ट (CAG Report) में वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार की जवाबदेही पर कोई सवाल नहीं उठाया गया है। सरकार के क्रियाकलापों और शासन द्वारा आबंटित राशि पर पैनी नजर रखने वाले कैग ने एक तरह से सरकार के काम पर कहीं भी उंगली नहीं उठाई है, जिससे यह साबित होता है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में वित्तीय अनुशासन का अच्छा अनुपालन हो रहा है।
लगभग एक सप्ताह पूर्व प्रस्तुत इस रिपोर्ट (CAG Report) में खामी नहीं निकाल पाने की छटपटाहट भाजपा में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रही है और उसी बेचैनी में भूतपूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने यह ट्वीट कर दिया था जिसके जवाब में उन्हे मुंह की खानी पड़ी है।