Budget Session of Parliament : हंगामों की भेंट चढ़ता सत्र
Budget Session of Parliament : संसद का बजट सत्र जो फिर से शुरू हुआ है वह भी बजट सत्र के पहले भाग की तरह ही हंगामों की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। बजट सत्र के इस दूसरे भाग का तीन दिन हंगामों की वजह से बिना कामकाज के बीता है। इस बजट सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को कानूनी शक्ल देना बाकी है। यही नही बल्कि बजट प्रस्तावों पर गंभीर विचार विमर्श भी होना है लेकिन सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों अपनी जिद पर अड़े हुए है। नतीजतन संसद के इस महत्वपूर्ण सत्र में विधि विधाई कार्र्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। विपक्षी दलों ने विरोधी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध और अडानी मुद्दे को लेकर ईडी दफ्तर तक मार्च करने का ऐलान किया है. 18 विरोधी दलों के नेताओं की संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले हुई बैठक में ये निर्णय लिया गया. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने ईडी दफ्तर के बाहर और विजय चौक पर सुरक्षा बढ़ा दी है.
उद्धव ठाकरे गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मार्च को जरूरी बताते हुए कहा है कि हमारे जैसे जो लोग सवाल करते हैं, बीजेपी की सरकार उनको निशाना बना रही है. राहुल गांधी विदेश दौरे से स्वदेश लौट आए हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी आज संसद की कार्यवाही में भी शामिल हो सकते हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर देश में हंगामा मचा है. राहुल गांधी के माफी मांगने की मांग करते हुए बीजेपी के सांसद संसद में आक्रामक हैं और लगातार कांग्रेस पार्टी को घेर रहे हैं. संसद भवन परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के सामने बुधवार को टीएमसी के सांसदों ने प्रदर्शन किया.
टीएमसी सांसदों ने एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया. लोकसभा में हंगामे के कारण कार्यवाही 5 मिनट ही चल पाई. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई. इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी सदस्यों से अपनी सीट पर जाने का अनुरोध किया और कहा कि तख्तियां लहराने और नारेबाजी करने का अधिकार आपको संसद के बाहर है. संसद में ये परंपरा ठीक नहीं है. उन्होंने सदस्यों को ये नसीहत भी दी कि सदन को लेकर बाहर कुछ भी बोलना ठीक नहीं. बाहर टिप्पणी करने से बचें.
लोकसभा में पीयूष गोयल ने राहुल गांधी के लंदन वाले बयान का जिक्र किया और कहा कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. पिछले दो दिनों से भाजपा राहुल गांधी के कैंब्रिज में दिए बयान पर माफी की मांग कर रही है। जिस पर मंगलवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि राहुल ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए माफी की जरूरत हो। प्रधानमंत्री ने विदेशों में राहुल से कहीं ज्यादा बढ़कर बयान दिए हैं।
विदेशों में इस तरह की चर्चाओं की शुरुआत भाजपा ने की है, कांग्रेस ने नहीं। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को कहा कि सरकार संसद नहीं चलाना चाहती। क्या कभी ऐसा देखा गया है कि सत्ताधारी दल के सभी सदस्य संसद को रोकने के लिए हंगामा (Budget Session of Parliament) करते हों? उन्हें (केंद्र को) माफी मांगनी चाहिए।