Brijmohan Agarwal : भ्रष्टाचार की परत खुलने पर बौखला गए हैं कांग्रेस नेता : बृजमोहन
रायपुर/नवप्रदेश। ईडी के छापों को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लगातार पत्रकार वार्ता लेकर सत्ताधारी कांग्रेस नेताओं द्वारा ईडी की कार्रवाई को पूर्वाग्रह और खुद को निर्दोष बताना उनकी बेचैनी को प्रदर्शित करता है।
इस दौरान उनकी भाव भंगिमा और माथे की शिकन बताती है कि दाल में जरूर कुछ काला है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पहले से ही कह दिया था ना खाऊंगा ना खाने (Brijmohan Agarwal) दूंगा। यही वजह है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां पूरी निष्पक्षता के साथ पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़े हुए हैं।
ऐसे में छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी लोगों के घर में ईडी की कार्रवाई, ईडी के छापे उनकी इसी प्रतिबद्धता का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस सत्ता में आई हैं उनके द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार खुली आंखों से हर कोई देख रहा है। विकास का नामोनिशान यहां नहीं है परंतु उस विकास के नाम पर जनता के हक के करोड़ों अरबों रुपए डकारे जा चुके (Brijmohan Agarwal) हैं। स्मार्ट सिटी के नाम पर रायपुर शहर में ही भ्रष्टाचार का खुला खेल , स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है।
जल जीवन मिशन, अमृत मिशन, गोठान योजना, सड़क निर्माण, शिक्षा, स्वास्थ्य, कोयला, रेत ऐसा कोई विभाग ऐसी कोई योजना ना हो जिसमें खुला भ्रष्टाचार ना हुआ हो। विधानसभा में भी हमने कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोली है, उनकी बोलती बंद थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा दो मुही बात करती है और जनता को बरगलाने की कोशिश में रहती है।
दिल्ली में बैठे इनके राहुल गांधी अडानी के नाम पर सुबह से रात तक हल्ला मचाते हैं और यहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अशोक गहलोत के साथ मिलकर अडानी के साथ गलबहियां करते हुए उन्हें कोयले की खदान सौप देते (Brijmohan Agarwal) है। कांग्रेस के सत्ताधारी नेताओं का चेहरा कोयले की कालिख से पुता हुआ है।
उनका पूरा दामन भ्रष्टाचार से दागदार है। ऐसे में ईडी के छापे ना पड़े तो क्या हो? छत्तीसगढ़ की जनता ने प्रचंड बहुमत देकर कांग्रेस को प्रदेश का जिम्मा सौंपा था। परंतु कांग्रेस ने जनता के साथ विश्वासघात करते हुए उनके भरोसे को तोड़ा है। ईडी के छापे में क्या मिला क्या नहीं मिला यह तो वक्त बताएगा परंतु कांग्रेस नेताओं के चेहरों से उड़ती हवाइयां सब कुछ बयां कर रहा है।