Brian Stanley Bionic Flashlight Eye : एक आंख निकाली…फ्लैशलाइट लगाई! अब रात को खुद ‘टॉर्चमैन’ बन गया ये शख्स…जानिए क्या है इसके पीछे की टेक्नोलॉजी…देखें Video…

नई दिल्ली, 25 मई| Brian Stanley Bionic Flashlight Eye : सोचिए अगर आपकी एक आंख रोशनी फैलाने वाली टॉर्च बन जाए तो? ये कोई साइंस फिक्शन नहीं, बल्कि अमेरिका के रहने वाले ब्रायन स्टेनली की रियल लाइफ स्टोरी है, जो आजकल सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
ब्रायन ने अपनी एक प्राकृतिक आंख हटवाकर वहां पर टाइटेनियम बेस्ड फ्लैशलाइट इम्प्लांट करवा लिया है, जो लगातार 20 घंटे तक जल सकती है। इस “बायोनिक आई” से वे अंधेरे में किताब भी पढ़ते हैं — और यही उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में दिखाया है।
साइंस के पीछे की कहानी
इस इम्प्लांट को ब्रायन ने “टाइटन आई” नाम दिया है। इसमें एक विशेष टाइटेनियम स्कल मॉड्यूल का प्रयोग हुआ है, जो आंख की सॉकेट में फिट होता (Brian Stanley Bionic Flashlight Eye)है। इसके भीतर छोटी लेकिन पावरफुल LED लाइट है, जो रीचार्जेबल बैटरी से जुड़ी होती है।
मुख्य तकनीकी बातें:
टाइटेनियम फ्रेम: जिससे लाइट वजन में हल्की और टिकाऊ बनी रहती है।
इंटीग्रेटेड LED यूनिट: जो लो एनर्जी में भी हाई ब्राइटनेस देता है।
रीचार्जेबल बैटरी: एक बार फुल चार्ज पर 20 घंटे तक जलने की (Brian Stanley Bionic Flashlight Eye)क्षमता।
मैग्नेटिक कनेक्शन: जिससे इम्प्लांट को हटाना और लगाना आसान हो।
क्यों हटवाई अपनी आंख?
दरअसल, ब्रायन को कैंसर के चलते अपनी एक आंख medically निकलवानी पड़ी थी। लेकिन इसे कमजोरी की बजाय उन्होंने तकनीक से जुड़कर एक सुपरपावर में बदल दिया। उनका कहना है,
“अगर मुझे अपनी आंख गंवानी पड़ी है, तो क्यों न इसे कुछ अनोखा बना दूं?”
सोशल मीडिया पर धमाल
उनका वीडियो पहले इंस्टाग्राम और अब X (पूर्व ट्विटर) पर @PicturesFoIder अकाउंट से वायरल हो चुका है।
1.5 मिलियन व्यूज
18,000 से ज्यादा लाइक्स
लोग उन्हें “रियल टॉर्चमैन” और “साइबर हीरो” कह रहे (Brian Stanley Bionic Flashlight Eye)हैं।