BREAKING: राहुल गांधी ने किया मोदी सरकार का समर्थन; बेल्जियम में बड़ा बयान, साफ़ शब्दों में…
-राहुल गांधी ने कहा है कि विपक्षी दल आजादी पर हमले को रोकने के लिए काम करेगा
-रूस, यूक्रेन युद्ध पर कांग्रेस राहुल गांधी का बयान, कहा विपक्ष भारत सरकार के रुख से सहमत
नई दिल्ली। Rahul gandhi : एक तरफ देश में जी-20 शिखर सम्मेलन चल रहा है। यह बैठक भारत की अध्यक्षता में पहली बार आयोजित की जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत कई देशों के नेता नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी विदेश दौरे पर हैं। बताया गया है कि बेल्जियम दौरे पर गए राहुल गांधी ने वहां संबोधित करते हुए एक मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार का समर्थन किया है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर भारत के मौजूदा रुख से पूरा विपक्ष सहमत है। रूस के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं। हालाँकि, राहुल गांधी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि सरकार इस समय जो प्रस्ताव दे रही है, उससे विपक्ष का कोई अलग रुख होगा।
चीन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि चीन एक खास नजरिया पेश कर रहा है। चीन बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर विचार कर रहा है। क्योंकि यह वैश्विक उत्पादन का केंद्र बन गया है। लेकिन मुझे हमारी ओर से कोई वैकल्पिक दृष्टिकोण नजर नहीं आता। राहुल गांधी ने कहा, हमारे सामने चुनौती यह है कि हम राजनीतिक और वैकल्पिक दृष्टिकोण कैसे प्रदान कर सकते हैं।
केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को महत्व नहीं देती
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने जी-20 रात्रिभोज में उन्हें आमंत्रित नहीं करने पर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, यह इस बात का प्रमाण है कि सरकार 60 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले विपक्षी नेताओं को महत्व नहीं देती है। राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के विचारों के बीच लड़ाई चल रही है और विपक्षी दल लोकतांत्रिक संस्थाओं और आजादी पर हमले रोकने के लिए काम करेंगे।
इस बीच जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को नई दिल्ली में मौजूद सभी राष्ट्राध्यक्षों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया है। कांग्रेस का आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े और संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी को निमंत्रण नहीं भेजा गया। यहां तक कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी राष्ट्रपति के रात्रिभोज में शामिल नहीं होंगे। सरकार ने स्पष्ट किया, हमने किसी भी पार्टी अध्यक्ष को निमंत्रण नहीं भेजा है।