बारनवापारा में काले हिरणों की देखभाल और इलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम
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गणना के लिए वनमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी
रायपुर। वन विभाग द्वारा काले हिरण के अनुकूलन केन्द्रों में उनके रहवास और देखरेख के लिए पर्याप्त इंतजाम और स्वास्थ्य देखभाल की व्यवस्था की गई है। इन हिरणों की देख रेख और उपचार के लिए पशुचिकित्सक भी नियुक्त हैं। समय-समय पर इनकी नियमित स्वास्थ्य जांच की जाती है। बीमार होने पर तत्काल इलाज की सुविधा और उपचार किया जाता है। वन अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में राजस्थान से कोई भी काला हिरण बारनवापारा अभ्यारण्य में नहीं लाया गया है, अपितु राष्ट्रीय प्राणी उद्यान नई दिल्ली से 50 और कानन पेण्डारी चिडिय़ाघर से 27 काला हिरण बारनवापारा अभ्यारण्य में लाया गया है। पशु चिकित्सक डॉक्टर जडिय़ा के द्वारा 25 अगस्त से 29 अगस्त 2018 तक बाड़े का निरीक्षण कर इन हिरणों की स्वास्थ्य जांच एवं उपचार किया गया। इस दौरान ग्यारह काले हिरणों की मृत्यु हुई। पोस्टमार्टम रिर्पोट में मृत्यु का कारण निमोनिया बताया गया है।
वन अधिकारियों ने बताया कि काले हिरण का बाड़ा 4 हेक्टेयर में विस्तारित है, इसलिए इनकी वास्तविक गणना के लिए बाड़े में छोटे-छोटे एनीमल पार्टीशन बनाकर काले हिरण को इन पार्टीशन में ड्राईव कर सेग्रिगेट कर गणना किया जाना प्रस्तावित है। गणना के लिए वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार की अध्यक्षता में पृथक से समिति गठित की जा रही है। इस समिति में पशु चिकित्सा अधिकारी और परिक्षेत्राधिकारियों के साथ गणना पूर्ण की जाएगी। काले हिरण की गणना के लिए पृथक से समिति गठन संबंधी आदेश जारी किए जा रहे हंै। गणना प्रक्रिया एक महीने के भीतर पूर्ण कर ली जाएगी।
वन अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष 23 अगस्त से 4 सितंबर 2018 के मध्य हुई अत्यधिक वर्षा से काले हिरणों के बचाव के लिए अनुकूलन केन्द्र में माउण्ट निर्माण, मुरूम बिछाने और पानी को बाहर निकालने के लिए ट्रेंच और झोपड़ी का निर्माण का किया गया। इन हिरणों के बाड़े के अंदर पानी का भराव होने पर पम्प के जरिए जल निकासी की भी व्यवस्था की गई।