संपादकीय: नगरी निकाय चुनाव में भाजपा की सूनामी

BJP's tsunami in municipal elections
BJP’s tsunami in municipal elections: छत्तीसगढ़ के नगरी निकाय के चुनाव के परिणाम घोषित हो गये। इसमें भाजपा की सुनामी ऐसी चली की कांग्रेस का किला ध्वस्त हो गया। छत्तीसगढ़ की सभी दस नगर निगमों में भाजपा का कब्जा हो गया। राजधानी रायपुर के महापौर पद पर मीनल चौबे ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
यहां पर भाजपा के पार्षर्दों ने भी 48 वार्डों पर कब्जा किया। कांग्रेस को सिर्फ 11 वार्डों में जीत मिल पाई। सबसे ज्यादा चौकने वाला परिणाम तो यह रहा कि कांगे्रस के पूर्व महापौर एजाज ढेबर इस बार पार्षद पद का चुनाव भी नहीं जीत पाये। नगर निगम चुनाव में 10 में से 10 सीटें जीत कर भाजपा ने क्लन स्वीप कर दिया। वहीं प्रदेश की 49 नगर पालिकाओं में से 36 नगर पालिका पर भाजपा का कब्जा हो गया।
कांग्रेस के खाते में सिर्फ आठ नगर पालिकाएं गई। इसी तरह 114 नगर पंचायतों में से 84 नगर पंचायतों में कमल खिल गया। सिर्फ 20 नगर पंचायतों में कांग्रेस को विजय मिली। सभी नगरी निकायों में भाजपा के पार्षर्दों को भी भारी सफलता मिली है जिनकी संख्या कांग्रेसी पार्षदों से तीन गुना से भी ज्यादा है। जाहिर है नगरी निकाय चुनाव में भाजपा ने प्रचंड़ बहुमत से जीत दर्ज नया इतिहास रच दिया है। भाजपा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि उनकी सरकार के 13 माह के कामकाज पर प्रदेश के नगरीय निकाय क्षेत्रों की जनता ने मुहर लगाई है
और नगरी निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने अटल विश्वास पत्र के नाम से जो चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था उसपर जनता ने विश्वास जताया है। वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस जनादेश को स्वीकार करते हुए पराजय के कारणों की समीक्षा करने की बात कही है। यह गनीमत है कि विपक्ष ने अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।