भाजपा का सदस्यता अभियान और पीआर कम्पनियों का आफर…
यशवंत धोटे
रायपुर/नवप्रदेश। BJP membership campaign: यह कोई दशहरा, दीपावली के अवसर पर एक के साथ एक फ्री वाला फेस्टिवल आफर नहीं है। भाजपा का सदस्यता अभियान चल रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर राज्य के संगठन तक इस अभियान की साप्ताहिक समीक्षा कर रहे हैं। इसी बीच भाजपा के विधायकों, सांसदों, संगठन के पदाधिकारियों और उनके सिपहसालारों के वाट्सअप नंबरों पर पीआर और इवेंट कम्पनियों का एक आफर मेसेज वायरल हो रहा है। यह शब्दश: कुछ इस प्रकार है। जी नमस्ते, भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बनवाना चाहते है, तो हमसे संपर्क करें।
50 हजार सदस्य 22.50 लाख (45 रुपए/ सदस्य), 25 हजार सदस्य 12.25 लाख (49 रुपए/सदस्य) 10 हजार सदस्य 5 लाख रुपए (50 रुपए प्रति सदस्य) हमारे बारे में अधिक जानकारी के लिए 7417605177 पर काल करें। दरअसल, मिस्ड काल से सदस्य बनाने का यह प्रयोग भाजपा (BJP membership campaign) का पहला नहीं है। 2018 के चुनाव से पहले भाजपा के मिस्डकाल वाले 54 लाख सदस्य बने थे, लेकिन 2018 के चुनाव परिणाम में भाजपा को इस सदस्य संख्या से 10 लाख कम वोट मिले थे और सीटें 15 आईं। अब आते हैं सदस्य बनाने में विधायकों और सांसदों को आ रही दिक्कतों पर।
दरअसल, वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन ने अपने विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक सदस्य बनवाने का रिकार्ड अपने नाम तो करवा लिया लेकिन अगल-बगल के विधायकों के लिए संकट खड़ा कर दिया। विधायक क्षेत्र में जा रहे हैं तो लोग सदस्य बनने का 50 रुपए मांग रहे हैं। लोगों की इस मांग को देखकर विधायक तो क्या उनके सिपहसालार भी हैरान हैं। हालांकि इस नब्ज को किसी पीआर कम्पनी ने पकड़ लिया है और मिस्डकाल से सदस्य बनवाने का एक नया बिजनेस प्लान खड़ा कर दिया। सोशल मिडिया पर सनसनी बने अति उत्साही विधायक रिकेश सेन ने यह कमाल इंदौर या दिल्ली की किस पीआर एजेसी से करवाया इसकी पतासाजी संगठन कर रहा है।
हाल ही में भाजपा (BJP membership campaign) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिलकर अपनी पीठ थपथपा चुके रिकेश अब भाजपा की सत्ता व संगठन को न केवल चुनौती दे रहे हैं बल्कि आफर भी दे रहे हैं। संगठन को नया आफर ये है कि निकट भविष्य में उन्हें यदि महापौर टिकट दे तो वे विधायक पद से इस्तीफा भी देने तैयार हैं। उनके इस आफर से संगठन हैरान है। दरअसल, रिकेश चाहते हैं कि मंत्रिमंडल में खाली दो पदों में से एक मंत्री पद उन्हें मिले, इसके लिए वे सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग प्लेटफार्म पर अपनी अलग- अलग तरीके से मौजूदगी दिखा रहे हैं। हाल ही में एक शराब दुकान को खाली कराने के लिए अफसरों के किए जाने वाले फोन की वीडियो रिकार्डिंग की अजीबोगरीब हकीकत सामने आई है।
सुपेला के जिस गदा चौक वाली शराब दुकान को हटाने के लिए रिकेश फोन कर रहे थे वह किसी यादव परिवार की है और उसका 70 हजार रुपए किराया मिल रहा था लेकिन विधायक समर्थक उस दुकान मालिक से 40 हजार रुपए महीने का फिक्स करने कह रहे थे। ऐसा नहीं हो पाने के कारण वह दुकान खाली करवा दी गई। बहरहाल, सदस्यता अभियान में सबसे अव्वल रहने की होड़ में रिकेश सबसे अव्वल ही चल रहे हैं। और भाजपा के सदस्यता अभियान का आलम ये है कि संगठन ने और लक्ष्य बढ़ा दिया है क्योंकि सामने नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव हैं, इस लिहाज से भाजपा सड़क से संसद तक फैल जाना चाह रही है।