ट्विन सिटी के जंक्शन में बनेगा 250 एकड़ का Biodiversity Park
शहर के बीच जनता को मिलेगा जंगल सफारी का अनुभव: वोरा
दुर्ग/नवप्रदेश। दुर्ग भिलाई ट्विन सिटी (Biodiversity Park)के मध्य में ठगड़ा बांध पिकनिक स्पॉट से लगे हुए 250 एकड़ के क्षेत्र में 2 करोड़ की लागत से बायो डायवर्सिटी पार्क के रूप में शहरी वन विकसित किया जा रहा है।
जहां लगभग 4 किमी की लंबाई वाली रोड में मॉर्निंग इवनिंग वॉक के साथ ही आम जनों के लिए परिवार के साथ समय बिताने कैंटीन, कैम्पिंग आदि अन्य सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।
डीएफओ धम्मशील गनवीर के साथ पार्क (Biodiversity Park)निर्माण के निरीक्षण में पहुंचे विधायक अरुण वोरा ने कहा कि कोरोना काल के दौरान जहां लोगों को ऑक्सीजन के महत्व का पता लगा ऐसे में शहर के बीचों बीच बड़ी जगह में हरियाली से परिपूर्ण वन विकसित हो जाने से पर्यावरण सुधार के साथ ही लोगों को शहर में ही जंगल सफारी का अनुभव प्राप्त हो सकेगा।
(Twin Cities Junction)पार्क में बच्चों के लिए म्यूज़ियम एवं व्यायाम के लिए ओपन जिम जैसी सुविधाएं विकसित करने और राशि जारी कराई जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर राज्य में और भी स्थानों पर वन विभाग द्वारा इस तरह के पार्क विकसित किए जाएंगे।
उन्होंने ट्विन सिटी को बड़ी सौगात देने मुख्यमंत्री एवं वनमंत्री के प्रति अपना आभार जताया।
महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि दोनों शहरों के मध्य में स्थित होने के कारण सैकड़ों की संख्या में लोग यहां खुद को प्रकृति के नजदीक होने का लाभ उठा सकेंगे।
इस वर्षा ऋतु के दौरान और अधिक सघन वृक्षारोपण कर पार्क को और भी समृद्ध बनाया जा सकेगा।
डीएफओ धम्मशील गनवीर ने बताया कि 250 एकड़ में फैले इस बायोडायवर्सिटी पार्क (Biodiversity Park) में वेटलैंड की वजह से अनेक प्रवासी पक्षियों का भी बसेरा होगा जिनकी बसाहट एवं ब्रीडिंग के लिए पूरे सरोवर में फेंसिंग कराई जा रही है।
पार्क में ओपन थिएटर, लोटस पौंड एवं तालाबों में बोटिंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
भविष्य में यह पार्क पैराडाइस फ्लाई कैचर, ग्रे हर्निबल और व्हिसलिंग डक्स जैसे पक्षियों का आशियाना बनेगा।
साथ ही मेमोरियल कॉर्नर में लोग अपने परिजनों के नाम से वृक्षारोपण कर प्रियजनों की स्मृतियां सुरक्षित रख सकेंगे।
निरीक्षण के दौरान एमआईसी हामिद खोखर, एल्डरमैन राजेश शर्मा, अंशुल पांडेय, मासूब अली, विकास यादव एवं वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।