पाकिस्तानी ठगों ने बिलासपुर के युवक को लक्की ड्रा, केबीसी विजेता के नाम पर ठगे 65 लाख.. “Bilaspur Police Operation-65”
- पाकिस्तानी ठगो ने दिया 2 करोड़ का लालच, जमा कराए 65 लाख, वॉटसअप कॉल में बताया अंबानी बोल रहा हूं…
- -हिन्दी भाषी राज्यों में गिफ्ट, लाटरी और इनाम के नाम पर लोगों को दे रहे झांसा
-बिलासपुर का युवक बना 65 का शिकार
बिलासपुर/नवप्रदेश। Bilaspur Police Operation-65: बिलासपुर पुलिस के ऑपरेशन-65 को आज बड़ी सफलता मिली है। बिलासपुर के जनकराम पटेल की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने पाकिस्तानी ठगों के सहयोगी देश के अंतर्राष्ठ्रीय चोर गिरोह के पांच सदस्यों को पकड़ा है। इस घटना का मुख्य केन्द्र मध्यप्रदेश के रिवा जिला बना जहां से पाकिस्तानी ठग बड़े मामू (असगर) और छोटे मामू (अफसर) के साथ हिन्दी भाषी राज्यों को निशाना बना रहे थे।
इन अंतर्राष्ठीय ठगों (Bilaspur Police Operation-65) के देश सहित विदेशों में भी लिंक बने है जैसे साऊदी अरब, मलेशिया और पाकिस्तान में ये डिजिटल करेंसी के माध्यम से पैसों की हेराफेरी करते थे। ये ठग भारत के हिन्दी भाषी राज्यों में गिफ्ट, लाटरी और इनाम के नाम पर लोगों को झांसा देते थे। बिलासपुर के जनकराम पटेल की एफआईआर दर्ज होने के बाद बिलासुपर पुलिस ने ऑपरेशन-65 को तैयार कर राज्यों में अपनी टीम भेजी जिसको 9 दिनों में ही सफलता हासिल हो गई।
जनकराम ने पुलिस को बताया
जनकराम को जनवरी 2020 के अंतिम सप्ताह और फरवरी के पहले सप्ताह में पाकिस्तानी नंबर से वाट्सअप काल एवं चैट के माध्यम से अपने आप को मुकेश अंबानी बताकर 25 लाख जियो के लक्की ड्रा के नाम पर और केबीसी के भाग्यशाली विजेता के नाम पर दो करोड़ अतिरिक्त जितने का लालच देकर ठगों (Bilaspur Police Operation-65) ने जनकराम से लगभग 65 लाख रूपए देश के अलग-अलग राज्यों में अपने सहयोगियों के अकांट में जमा करा लिए।
इसकी शिकायत पुलिस महानिरीक्षक दीपांशु काबरा एवं पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल से की। जिले भर में साइबर अपराधों के बारे में विभिन्न प्रकार से होने वाले साइबर अपराधों के बारे में जन जागरूकता अभियान साइबर मितान एक कदम सजगता की ओर का संचालन किया जा रहा था, इसी दौरान जनकराम को ठगी (Bilaspur Police Operation-65) का एहसास हुआ। इसी दौरान प्रार्थी को ठगी का एहसास होने पर थाना सिटी कोतवाली में ठगो के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
जनकर राम ने जमा कराए एक खाते में पचास लाख
आरोपी विराट के खाते में प्रार्थी जनकराम पटेल द्वारा सर्वाधीक रकम लगभग 5000000(पचास लाख)रू.माह फरवरी 2020 से सितम्बर 2020तक जमा किया गया था जिसमें से अधिकांश रकम 45 लाख मुंबई वर्ली में ऑनलाईन ट्रान्सफर किया गया था। आरोपी विराट सिंग के निशादेही पर खाता धारक शिवम ठाकुर एवं संजू चैहान को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया गया।
आपरेशन मध्य प्रदेश
गठित टीम में से एक टीम रीवा म.प्र.में कैंप कर आरोपी विराट सिंग को घेराबंदी कर पकड़ा आरोपी विराट ने बताया की पाकिस्तान के छोटे मामू उर्फ असरफ, तथा बडे मामू उर्फ असगर एवं सलीम के लिये काम करता है जो कि पाकिस्तान से है,जो विराट सिंग से वाट्सप आडियो, विडियो कॉल एवं मैसेज के माध्यम से बातचीत होती है पाकिस्तानी ठगो द्वारा लोगो को लॉटरी की लालच देकर ठगी करने के दौरान विराट सिंग द्वारा उपलब्ध कराये गये, विभिन्न बैंको के विभिन्न खातो में रकम जमा करावाये जाता था।
जिसकी सूचना विराट को वाट्सप चैट के माध्यम से दिया जाता था जिसके पश्चात विराट सिंग द्वारा अपना कमीशन काट कर पाकिस्तानी ठग (Bilaspur Police Operation-65) छोटे मामू उर्फ असरफ तथा बडे मामू उर्फ असगर एवम सलीम के द्वारा विराट सिंग को उपलब्ध कराये अन्य खातो में पेटीएम के माध्यम से रकम स्थानांतरित करने कंहा जाता था।
आरोपी विराट द्वारा अपने खाते के अतिरिक्त अन्य खातो की भी जानकारी एकत्रीत कर उन्हे जमा रकम की 3 प्रतिशत की लालच देकर अपने झांसे में लिया जाता था जिसमें से ज्यादातर मध्यप्रदेश के रीवा एवं देवास के खाता धारक हुआ करते थे। अरोपी विराट द्वारा उसके खाते में आये रकम को देशभर के अलग-अलग प्रांतो के हैदराबाद, कर्नाटका, बेंगलोर, पश्चिमबंगाल, महाराष्ट्र, उडिसा, उत्तर-प्रदेश, उत्तरा-खण्ड, आसाम, दिल्ली के खातो में ट्रान्सफर किया जाता था।
आपरेशन मुबंई
विराट सिंग द्वारा पाकिस्तानी छोटे मामू एवं बडे मामू के द्वारा राजेश एवं हर्ष जायसवाल के खाते में अधिकांश रकम लगभग 45 लाख ट्रान्सफर किया गया था। लिहाजा एक टीम मुबंई जाकर राजेश अग्रवाल को हिरासत में लेकर पुछताछ किया गया।
पुछताछ के दौरान राजेश जायसवाल के खातो का संचालन स्वयं करता है तथा इसके खाते में आये रकम को डिजिटल करेंशी बीट क्वाईन बीटीएस तब्दील कर उपर भेजता है जिसके संबंध्या में विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है तथा भारत के विभिन्न् प्रांतो से इनके संबंधो के बारे में अनुसंधान जारी है।
आपरेशन उडिसा
एक टीम उडीसा से जाकर डिजिटल पेमेंट सालूशन के संचालक सीता राम गौडा को हिरासत में लिया गया जिसके निजी एवं डिजिटल पेमेंट सालुशन के नाम पर खोले गये खाते में जिसमें लगभग 15 लाख से उपर रकम जमा कराया गया था जिसे फ्रिज करा दिया गया है।