अरपा नदी को बचाने उठे हजारों हाथ
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। अरपा के संवर्धन और विकास के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा आयोजित अरपा उत्थान अभियान में आज शहर का जैन सैलाब उमड़ पड़ा। अरपा की सफाई और शहर को स्वच्छ रखने 10 हजार से ज्यादा लोगों ने छठघाट में श्रमदान कर इस आयोजन के साक्षी बने। अरपा नदी को बचाने उठे हजारों हाथों ने संकल्प लिया कि अरपा नदी को पुराने स्वरुप में लाने पूरी मेहनत करेंगे।
दो दिवसीय अरपा उत्थान अभियान में शामिल होने शहरवासियों का उत्साह सुबह 5.30 से ही छठघाट पर देखने को मिला। लोग स्वस्फुर्त छठघाट पहुंचने लगे। सुबह से लोगों की भीड़ उमडऩी शुरू हो चुकी थीए सबका मकसद एक था अरपा नदी को उसके मूल स्वरूप में वापस लाना है। सुबह 6 बजे से श्रमदान कार्यक्रम शुरू हुआ। जन सहयोग से लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन व नगर निगम ने लोगों से अपील की थी, जिसके फलस्वरूप बिलासपुरियंस ने आज अरपा नदी की सफाई की और वहां मौजूद जलकुंभियों को निकाला। इससे पूर्व आयोजन स्थल पर रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाएं गए थे जहां स्वयंसेवकों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया और उन्हें स्वच्छता किट उपलब्ध कराया गया। दो दिवसीय इस अभियान को सफल बनाने में सामाजिक संगठनों की अहम भूमिका रही। इसमें आर्ट आफ लिविंग, आर्चिंस गु्रप, अरपा अर्पण महाभियान, धिती फाउंडेशन, हैंड्स गु्रप, दावत, आम, एनिमल प्रोडक्शन, अभिभावक संघ, टीम ख्वाब प्रमुख रूप से शामिल रहें। इसके अलावा क्रेडाई द्वारा रिवर व्यू के पास 5 जेसीबी और हाईवा वाहनों द्वारा नदी में जमे सिल्ट को हटाया गया। कार्यक्रम में जिले के सभी विभागीय कर्मचारी उपस्थित थे।
जन सहयोग से हुए इस सफल आयोजन की तैयारी में विगत कई दिनों से निगम कमिश्नर प्रभाकर पाण्डेय के नेतृत्व में निगम और स्मार्ट सिटी की टीम जुटी हुई थी, जिसमें आयोजन की तैयारियों के साथ आमजन की उपस्थिति सुनिश्चित कराने में मुख्य भूमिका रही। कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें रायपुर से आए राग बैंड के नेत्रहीन बच्चियों ने अपनी प्रस्तुति दी। अरपा के प्रति भावनाएं और संवेदना व्यक्त करते हुए इन मासूम कलाकारों ने अरपा पैरी के धार जैसी गीतों से उपस्थित लोगों का उत्साहवर्धन किया।
दो दिवसीय अभियान का समापन 12 जून को नियत समय सुबह 6 से अभियान शुरू होगा। लोगों में एक बैचेनी देखने को मिली कि कब अरपा मैया को अनवरत प्रवाहित होते देखेंगे। बेचैन जनता सुबह 6 बजे ही घाट पर उमड़ पड़ी। छठघाट में छठपूजा से पहले छठपर्व जैसा नजारा देखने को मिला। लेकिन लोग आज पूजा करने नहीं अरपा माता का कर्ज उतारने आए थे। माता अरपा के साथ स्वच्छता पर्व मनाने आये थे। सबके हाथ में फावड़ा था। लाठियां भी थी। कुछ अन्य सफाई के औजार भी थे। हजारों लोग तो हाथ के सहारे जलकुंभी निकाल रहे थे। इस दौरान ऐसा भी नजारा देखने को मिला। जैसा गांधी ने कभी कल्पना की थी। मानवश्रृखंला में होकर एक-दूसरे को तसला बढ़ाते जलकुंभी बाहर फेंकते जा रहे थे।
मालूम हो कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नदियों को पुर्नजीवित करने का बीड़ा उठाया है। अरपा नदी भी इसमें से एक है। मुख्यमंत्री ने कई बार खुलेमंच और बन्द कमरों की बैठकों मेंं कहा और जोर दिया कि अरपा नदी को पुराना स्वरूप में हर हालत में लाना है। सीएम के विशेष निर्देश पर जिला और निगम प्रशासन ने मंगलवार से दो दिवसीय अरपा उत्थान अभियान का आयोजन का एलान कर दिया। जिला और निकाय प्रशासन के अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों के आह्वान पर छठ घाट पर 10 हजार से अधिक लोग श्रमदान करने पहुंच गए। मजेदार बात है कि किसी को पीला चावल देकर नहीं बुलाना पड़ा। शायद इसकी कल्पना भी जिला प्रशासन को नहीं थी कि लोग अरपा मां को कितना चाहते हैं। हजारों की भीड़ में किसी को कुछ बताना नहीं पड़ रहा था। जो अरपा मां के गोद में पहुंचा स्वस्फूर्त सफाई करने में जुट गया। अरपा उत्थान अभियान में जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला प्रशासनए पुलिस प्रशासन के तमाम अधिकारी सुबह से ही छठ घाट पहुंचकर नागरिकों के साथ सफाई में जुट गये।
कार्यक्रम में संभागायुक्त टीसी महावर ने कहा कि मुझे उम्मीद ही नहीं बल्कि विश्वास है कि अरपा अपने पुराने स्वरूप में जरूर लौटेगी। अरपा को पुर्नजीवित करने के लिये नालों का पानी नदी में जाने से रोकना होगा। गंदे नालों का पानी परिवर्तित कर अरपा को नया जीवन दिया जाएगा। नदी किनारे वृहद स्वरूप में पौधरोपण की जरूरत है। शासन के निर्देश पर अधिकारी, जनप्रतिनिधि ही नहीं बल्कि आम जनता भी उत्साहित होकर पौधरोपण करेगी।
कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने कहा कि आज बिलासपुर के नागरिकों ने हाथ से हाथ मिलाकर काम किया है। हम सबके प्रयासों से ही अरपा साफ होगी। मैं सभी से अपील के साथ निवेदन करता हूं कि जल है तो कल है। नदी है तो सदी है। सभी लोग अपने घरों में वाटर हॉर्वेस्टिंग सिस्टम को प्राथमिकता दें। इससे भू-जल स्तर रिचार्ज होगा। नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा पौधरोपड़ करने को कहा। पाण्डेय ने कहा कि हम सब लोग मिलकर हरियर बिलासपुर बनाने की संकल्पना को साकार करेंगे। सभी लोग बारिश के मौसम में 10-10 पेड़ लगाएंगे।
कार्यक्रम में राग बैंड की दृष्टिहीन छात्राओं ने अरपा पैरी के धार गीत गाकर सभी को रोमांचित कर दिया। मंत्रगीत सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। सफाई अभियान में पहुंचे नागरिकों को पौधे वितरित किये गये। अधिकारियों ने सभी से अपने घर के बाहर या उपयुक्त जगह पर पौधरोपण की अपील की। इसके साथ ही लोगों को जल संरक्षण के लिये जागरूक करने नगर निगम ने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का मॉडल प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सांसद अरुण साव, विधायक शैलेष पांडे, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, मस्तूरी विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी, महापौर किशोर राय, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अटल श्रीवास्तव, पूर्व महापौर वाणी राव समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिकों ने लोगों को अभियान में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने को कहा। नेताओं ने अरपा को मूल स्वरूप में लौटाने का संकल्प लिया। नगर निगम के अरपा उत्थान अभियान में विधायक शैलेश पांडेय भी पहुंचे जहां उन्होंने युवाओं को हौसला ब?ाते हुए विधायक शैलेश नंदी में उतरकर जलकुम्भी को अपने हाथों से निकालने के बाद उसे टोकरी में भरकर बाहर निकाला। निगम के इस अभियान में पूरे बिलासपुर ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग तोरवा छठघाट पहुंचे, जहां लोगों ने श्रमदान करते हुए जलकुम्भी को नदी से बाहर निकाला।
नुक्कड़ नाटक और पेंटिंग के जरिए दिया संदेश
कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को पर्यावरण और स्वच्छता एवं वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर आर्चिन्स गु्रप द्वारा संदेश दिया गया। इसके अलावा स्कूली बच्चों द्वारा मेरे मन की अरपा को लेकर पेंटिंग्स भी बनाए गए, जिसमें अरपा को लेकर जागरूकता संदेश था।
अरपा माता का कर्ज चुकाने का वक्त आ गया है
मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि अरपा उत्थान के लिए निगम प्रशासन का ये अनुपम पहल है, यह अभियान आगे तक जाना चाहिए बंद नहीं होने चाहिए अब वक्त आ गया है। अरपा मां के प्रति अपना कर्ज चुकाने के लिए इस अभियान में शामिल होने के लिए शहर के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी आये हुए थे जिन्होंने इस अभियान में शामिल हो अरपा उत्थान के लिए अपन योगदान दिया।
राग बैंड की बच्चियों ने गाया अरपा पैरी के धार
वही अरपा के प्रति प्रति भावनाएं और संवेदना व्यक्त करते हुए रायपुर से आए राग बैंड के नेत्रहीन बच्चियों ने प्रस्तुति दी, बच्चियों ने अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार गीत को गाकर श्रमदान कर रहे लोगों का उत्साह बढ़ाया। वही नंदी से जलकुम्भी निकालने के साथ ही विधायक शैलेश पांडेय ने अरपा तट पर वृक्षारोपण किए, उनके साथ निगम प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद थे।
सेल्फी जोन में लोगों ने ली सेल्फी
नगर निगम ने अरपा उत्थान में लोगों प्रोत्साहित करने के लिए अरपा के तट पर सेल्फी जोन बनाया था, जहां पर लोगों ने श्रमदान करने के बाद सेल्फी ली। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा पौधे वितरण किया गया।
वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल को लोगों ने समझा
अभियान के दौरान शहर के जल स्तर को बनाए रखने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग मॉडल भी रखा गया था। छठघाट सामुदायिक भवन में निगम द्वारा वाटर हार्वेस्टिंग बनाया जा रहा है।
20 हाईवा जलकुंभी और 10 ट्रैक्टर में निकाला गया सिल्ट
सफाई अभियान के दौरान जलकुंभी और सिल्ट को हटाने निगम द्वारा 7 जेसीबी और 20 हाईवा ट्रक का इंतजाम किया गया था, जिसमें जन सहयोग से 20 हाईवा जलकुंभी निकाला गया और लगभग 10 ट्रैक्टर से वर्षों से जमे सिल्ट को भी नदी से हटाया गया।