उत्कृष्ठ कार्य के लिए 104 अधिकारी-कर्मचारी पुरस्कृत
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प्रधान मुख्य सिग्नल व दूरसंचार इंजीनियर स्तर पर रेलवे सप्ताह पुरस्कार समारोह आयोजित
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोनल मुख्यालय के सभागार में सिगनल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर स्तर रेलवे सप्ताह पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया, इसमें 104 अधिकारी व कर्मचारियों को बेहतर कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम की शुरूवात् प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर नीरज सिन्हा के द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। उन्होंने अपने उद्बोधन में सभी एवार्डी को बधाईयॉ दी और सेफटी के साथ कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कार्य निष्पादन के दौरान सभी स्तरों पर निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने की सलाह दी। उन्होने वर्ष के दौरान हुए नये आमान परिवर्तन, आर.ई. 3तक- 4जी लाईन एवं ओटोमेटिक सिगनलिगं के कार्यों के बारे मे अवगत कराया। उन्होंने तकनीकी क्षमता को बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रशिक्षण पर जोर दिया एवं सभी मण्डलों में सभी आधुनिक उपकरणों के लिए एक्सपर्ट टीम बनाने को सलाह दी। उन्होंने डीजीटल इंडिया प्रोगाम के तहत् स्टेशनों पर सी.सी.टी.वी., वाई-फाई लगाने पर भी जोर दिया । कार्यक्रम के दौरान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/निर्माण श्रीमती शीला तिर्की ने अपने उद््बोधन मे सभी पुरस्कार गृहिताओं को बधाई दी एवं सभी कर्मचारियों को लगन ओर निष्ठा के साथ सहयोग देने की सलाह दी। उन्होंने और भी कहा कि संकेत एवं दूरसंचार विभाग संरक्षा के लिए अत्यंन्त महत्वपूर्ण है अत: शार्टकट पद्वति को अपने अनुरक्षण कार्य से दूर रखने की सलाह दी।
मुख्य दूरसंचार इंजीनियर के.पी.आर्य ने इस औद्योगिक और तकनीकी युग में कुशलता एवं दक्षता के महत्व को समझाया। उन्होंने उदाहरण के माध्यम से समझाया कि आज के तकनीकि युग में शारिरिक क्षमता से तकनीकी कुशलता का महत्व अधिक है, और कहा कि कर्म में कुशलता ही योग है। अत: उन्होंने किसी तकनीकि खराबी को बलपूर्वक सुधारने का प्रयाश करने की बजाय अपनी तकनीकी कुशलता को बढ़ाने की सलाह दी। अगले क्रम में मुख्य सिगनल इंजीनियर एस.के. सोलंकी ने भी पुन: सभी पुरस्कार गृहितियों को शुभकामनाएॅ दी एवं इससे भी बेहतर कार्य करने की सलाह दी एवं उन्होने सभी कर्मचारियों को अपने कार्य के दौरान किसी भी परिस्थितियों में शार्टकट पद्वति न अपनाने की सलाह दी और उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए विगत वर्षों में घुनघुटृी, रायगढ एवं चाचेर स्टेशनों पर हुई रेल दूर्घटनाओं के विषय में चर्चा की। इसी क्रम में मुख्य सिगनल इंजीनियर रणजित नारायण ने सभी को पोजिटिव सोच एवं दूरदर्शिता को ध्यान में रखते हुए सौहार्द की भावना से कार्य करने की सलाह दी एवं सभी का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के दौरान एक तकनीकी सेशन भी रखा गया जिसमें मेसर्स सिमेन्स के प्रतिनिधियों ने वेस्ट्रेस इलोक्ट्रोनिक इंटरलोकिगॅ मार्क-2 पर अपना ब्याख्यान दिया। इस इक्यूपमेंट की कार्य प्रणाली पर बिलासपुर एवं नागपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियरों ने संतोष जताया एवं श्री सोलंकी ने ए.एम.सी. की आवश्यकता पर प्रश्न उठाया। अगले क्रम में उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/ सामान्य श्रीमती शिवरंजनी पोपली वर्मा ने रोचक एनीमेशन के माघ्यम से विगत कुछ समयों में हुए रेल दूर्घटनाओं की जानकारी दी एवं उनकी खामियों/कारणों पर प्रकाश डाला एवं भविष्य में एैसी दूर्घटनाओं से बचने के उपाय भी बताये। इसी क्रम में उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/ सिगनल बी.बी.दाश ने सिगनल एवं दूरसंचार विभाग में गुणवत्ता युक्त निर्माण के लिए तकनीकी प्रेंजेन्टेशन दिया। इस कार्यक्रम में बिलासपुर मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक सौरव बंद्वौपाघ्याय ने भी उपस्थिती देकर सभी का मनोबल बढ़ाया। कार्यक्रम के प्रथम चरण के अंत में प्रश्न-उत्तर का भी सेशन रखा गया। जिसमें अधिकारियों की शंकाओं का निदान किया गया। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर द्वारा रेलवे एस एण्ड टी सेवा समिति से आये हुए सेवानिवृत्त सदस्यों रामसेवक, एस आर पांडे सहित अन्य सदस्यों का सम्मान किया गया । इसके बाद पुरस्कार वितरण किया गया। अंत में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के उप मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर/ मुख्यालय के.पी. सारस्वत ने इस कार्यक्रम एवं ज्ञान वर्धक व्याख्यान में उपस्थित सभी अधिकारी-कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया, जिनके प्रयासों से यह कार्यक्रम सफल हो पाया।