जिला पंचायत भवन में शार्ट सर्किट से लगी आग, दमकलों की मदद से आग बुझाई गई, 9 घायल

जिला पंचायत भवन में शार्ट सर्किट से लगी आग, दमकलों की मदद से आग बुझाई गई, 9 घायल

सिम्स में भर्ती कराए गए घायलों में दो की हालत गंभीर
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। जिला पंचायत कार्यालय में आज सुबह शार्टं सर्किट होने से आग लग गयी। आग इतनी भीषण और तेजी से फैल रही थी कि जिला पंचायत सीईओ के चेंबर सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज इस आगजनी की घटना में जलकर खाक हो गए। वहां पहुंचे तीन दमकलों ने आग बुझाई। इस दौरान 9 लोग घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दमकल का एक कर्मचारी भी आग बुझाते झुलस गया।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे कार्यालय में भीषण आग लग गयी। आग लगते ही पूरे परिसर में अफरा-तफरी का माहाौल बन गया। आग इतनी तेजी के साथ फैल रही थी कि मौके पर पहुंचे आधा दर्जन फायर ब्रिगेड को आग बुझाने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ी।


आगजनी के इस घटना में जिला पंचायत कार्यालय में रखे दस्तावेज भी जलकर राख हो गए। आग की लपटे इतनी तेज थी कि दूर से भी लपटें दिखायी दे रही थी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कलेक्टर संजय अलंग पहुंचे। घटना के दौरान कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित थे, जिनमें से 8 कर्मचारी सहित 1 फायर बिग्रेेड के कर्मचारी आगजनी के इस घटना के शिकार हुए। कलेक्टर के निर्देश के बाद सभी पीडि़तों को सिम्स रेफर किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक शैलेष पाण्डेय भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। श्री पाण्डेय ने मौके पर मौजूद राहत टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि टीम की सक्रियता से कोई बड़ी घटना नही हुई। जिला पंचायत भवन में लगी भीषण आग के जांच के निर्देश भी दिये गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार तीन दिन बाद यहां व्हीआईपी प्रोग्राम होने वाला था। आगजनी से कितना नुकसान हुआ है इसका सही आंकलन अभी तक नहीं हो सका है।


सिम्स में भर्ती दो की हालत गंभीर
आगजनी से पीडि़त 9 कर्मचारियों को उपचार के लिए सिम्स में दाखिल किया दो की स्थिति गम्भीर है। पीडि़तों को देखने पहुंचे कलेक्टर ने प्रबंधन को बेहतर उपचार के निर्देश दिये। सुबह 10 बजे जिला पंचायत के दूसरी मंजिल में स्थित सीईओ कार्यालय के पीछे एक कक्ष के इलेक्ट्रिक बोर्ड में शॉर्ट सर्किट लगने से अचानक आग गया, जिस पर कर्मचारी काबू कर पाते तेज लपटे उठने लगी और देखते-देखते तीसरे मंजिल को भी अपने गिरफ्त में लिया उसके बाद जिला पंचायत के पहले मंजिल में भी आग लग गई, अचानक आग लगने से कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों में भगदड़ उत्पन्न हो गया। कई अपने जान को खतरा समझ कर भागने लगे वहीं कुछ लोगों ने हिम्मत जुटा कर कार्यालय में रखे अग्निशामक यन्त्र से आग बुझाने का प्रयास करते रहे। पूरे कक्ष में कांच के मोटे ग्लास लगे होने से धुआं भर गया, मौके पर पहुंची दमकल काफी देर तक आग बुझाने का प्रयास करते रही, लेकिन पूरे कमरों में धुआं भर जाने से कर्मचारियों को सांस लेने में तकलीफ होती रही, जिसकी घुटन से एक एक कर 8 लोगों की तबीयत बिगडऩे लगी। जिन्हें तत्काल उपचार के लिए सिम्स केजुएल्टी वार्ड में दाखिल कराया।
एक महिला एक पुरुष की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। घटनास्थल का अवलोकन करने के बाद कलेक्टर डॉ. संजय अलंग तत्काल आग आगजनी से गम्भीर हुए, जिला पँचायत कर्मचारियों देखने सिम्स पहुंचे और पीडि़तों की हालत देखी इस दौरान उन्होंने प्रबंधन को चिकित्सकों की एक टीम बनाकर बेहतर उपचार के निर्देश दिए।
जिला पंचायत में कार्यरत कर्मचारी पवन श्रीवास्तव ने बताया सुबह 11 बजे के पहले ऑफिस कोई नहीं आता जिस कमरे में आग लगी थी तब वहां कोई मौजूद नही था, खिड़की से आग की लपटें बाहर निकलने के बाद कार्यालय के बाहर मौजूद लोगों द्वारा आने के बाद पता चला धुआं भर जाने से समझ में ही नहीं आया कि आग कैसे भुझाएँ फिर भी कोशिश करते रहे ।
जिला सलाहकार के पद पर पदस्थ स्वाति शुक्ला ने कहा जिस वक्त आग लगी मैं ऑफिस के लिए निकली थी जिला पंचायत कार्यालय के हर कक्ष में धुआं भरा था मुझे मालूम हुआ मेरी सहयोगी करुणा एकता अंदर में है जिन्ही हालत बिगड़ती देख किसी तरह उन्हें बाहर निकाला गया और तत्काल सिम्स लाया गया। पीडि़तों में महेश यादव 50 वर्ष, कलीम खान 50 वर्ष, डिग्री पटेल 20 वर्ष, करुणा एकता 36 वर्ष, शंकर रजक 40 वर्ष, मोहन साहू 28 वर्ष, अमन यादव 24 वर्ष, शेख अफजल 32 वर्ष, मोहन धिरही शामिल हैं।
आगजनी की घटना की जांच करने अतिरिक्त कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति गठित
जिला पंचायत कार्यालय भवन में आज प्रात: 10.15 बजे भीषण आग लगने से कार्यालय भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रितेश कुमार अग्रवाल ने इस घटना की जांच के आदेश दिये हैं। इसके लिये अतिरिक्त कलेक्टर बिलासपुर बीएस उईके की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा गठित जांच समिति में मधेश्वर प्रसाद कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग, एनके लाल कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यात्रिकी, एस बाजपेयी संभागीय अभियंता, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, अमिल गुलहरे कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, पीबी सिदार जिला सेनानी होमगार्ड और एस भारती इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर सदस्य के रूप में शामिल किये गये हैं। यह समिति आग लगने के कारण तथा दुर्घटना में हुये नुकसान का आंकलन कर 3 दिवस के भीतर जांच प्रतिवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को प्रस्तुत करेगी।
डॉक्टरों की टीम उपचार में जुटी
आगजनी के पीडि़तों के उपचार के लिए डॉक्टरों की टीम जुटी हुई है जो निरन्तर प्रत्येक मरीज को देख रहे हैं। सभी की तबियत धुएं के कारण बिगड़ी है। मैं मरीजों की स्थिति का जायजा ले रही हूं।
डॉ. श्रीमती आरती पांडे, उप अधीक्षक सिम्स

घटना की जांच हो-शैलेष
आगजनी की घटना की सूचना पाकर पहुुंचे शहर विधायक शैलेष पाण्डेय ने कहा कि दमकल, पुलिस और कर्मचारियों की सक्रियता से बहुत बड़ी घटना टल गयी। बिल्डिंग को काफी नुकसान हुआ। श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि घटना की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुरानी बिल्डिंग में लगातार लग रहे एसी के कारण ही शार्ट सर्किट की घटना हुई। बिल्ंिडग पुरानी होने से ही स्पष्ट हैं कि इसकी वायरिंग पुरानी होगी जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

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