संरक्षा, लदान व रेलवे की आय बढ़ाएं: जीएम
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। जोन महाप्रबंधक गजानंद माल्या ने रेलवे अधिकारियों को संरक्षा, लदान तथा रेलवे की आय में बढ़ोतरी के उपाय पर गंभीरता ेसे कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
श्री माल्या जो कि सिंकदराबाद जोन के महाप्रबंधक हैं ने बिलासपुर जोन महाप्रबंधक का भी प्रभार संभाला है। उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक कर जोन के विभागों एवं कार्यो से संबंधित जानकारी ली। इस बैठक में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के समस्त विभागाध्यक्ष शामिल हुए एवं वीडियो लिंक के माध्यम से बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर के मंडल रेल प्रबंधक अपने शाखा अधिकारियों के साथ उपस्थित थे।
इस बैठक में अपर महाप्रबंधक अनिल कुमार ने जोन के महाप्रबंधक का अभिवादन करते हुए बैठक में उपस्थित सभी का परिचय दिया इसके उपरान्त सचिव, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे हिमांशु जैन ने एक पावर पाईंट प्रेजेंटेशन के जरिये विभागीय स्तर पर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में चल रहे कार्यो के बारे में जानकारी दी। श्री माल्या ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में समस्त अधिकारियों को संबोधित करते हुए सभी विभागाध्यक्षों को अपने-अपने विभागो से संबन्धित जानकारी रखने को कहा इस पर सभी विभागाध्यक्षों एवं मंडल रेल प्रबंधकों ने उनसे अपने विभागीय मुद्दे से सम्बंधित बातों की चर्चा की। उन्होंने संरक्षा, लदान, अधोसंरचना के निर्माण कार्यो को जल्द पूरा करना, सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करना एवं रेलवे की आय में बढ़ोत्तरी के उपाय पर जोर दिया तथा गाडिय़ों के समयबध्धता व यात्री सुविधा से सम्बंधित मुद्दों पर अधिक ध्यान केन्दित करने की बात कही।
सब-वे निर्माण से सड़क उपयोगकर्तायों को मिलेगी सुरक्षा
रेलवे प्रशासन द्वारा आम लोगों की सुरक्षा एवं संरक्षा के दृृष्टिकोण से समपार फाटकों को बंद किये जाने हेतु सीमित ऊंचाई सबवे निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में सीआईसी सेक्शन के करगीरोड-सलकारोड स्टेशनों के मध्य मानव सहित समपार संख्या बीके-18 गतवा फाटक एवं बीके-19 बोइरखोली फाटक को बंद करने हेतु बन रहे सीमित ऊंचाई सबवे में पूर्व ढलित खण्डों को लॉचिंग किया गया। इन कार्यों के लिए प्रात: 06.55 बजे से 13.55 बजे तक 7 घंटे का ब्लाक लिया गया था। उक्त कार्यों को तय समय में पूरा कर लिया गया। उपरोक्त समपारों पर सीमित ऊंचाई सबवे का निर्माण पूरा होने के पश्चात फाटक पार करने हेतु इसका प्रयोग किया जाएगा। इस प्रकार सड़क उपयोगकर्तायों की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी तथा समपार फाटकों में अकस्मात होने वाली दुर्घटनाएं भी नही होगी।