निजी स्कूलों में मनमानी फीस का मामला, डीईओ के खिलाफ अभिभावक लामबंद
शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से हैं आक्रोशित
नवप्रदेश संवाददाता
बिलासपुर। जिला शिक्षा अधिकारी आरएन हीराधर के खिलाफ अब अभिभावकों का आक्रोश बढ़ रहा है। निजी स्कूलों की मनमानी और फीस वृद्धि मामले में कार्रवाई नहीं करने से आम जनता भी अभिभावकों के समर्थन में आने लगे हंै। गुरुवार को अभिभावकों ने डीईओ को हटाने आंदोलन करने का निर्णय लिया।
निजी स्कूलों की मनमानी और फीस वृद्धि के विरोध में अभिभावक एक दिन पहले संयुक्त संचालक आरएच चौहान से मिलकर पहले ही डीईओ की शिकायत कर चुके हैं। कलेक्टर सहित स्कूल शिक्षा विभाग को भी उनकी कार्यशैली को लेकर अवगत करा चुके हैं। अभिभावकों में इस बात को लेकर गहरी नाराजगी है कि निजी स्कूलों में मनमानी फीस को लेकर कार्रवाई करने से कतराते हैं। उनके कार्यकाल में सरकारी स्कूलों की स्थिति भी बद से बदतर रहती है। जबकि निजी स्कूल खुलेआम मनमानी करते हैं। बिलासपुर जिले में डीईओ का दोबारा कुर्सी मिलने के बाद भी रवैय्या जस का तस है। इस बार भी कोई एक्शन नहीं लिया। इसी का परिणाम है कि अभिभावकों को सड़क पर उतरना पड़ा है। अब उनको कुर्सी से हटाने अभिभावक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने जाएंगे। सेंट जेवियर स्कूल सरकंडा, सेंट जेवियर हाई स्कूल व्यापार विहार, भरनी, दिल्ली पब्लिक स्कूल, लोयला, डीएवी, ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल के अभिभावकों का कहना है कि फीस सहित अन्य मुद्दे को लेकर आंदोलन करने के बाद स्कूल प्रबंधन उन्हें लगातार प्रताडि़त कर रहा है। ऐसा नहीं है कि शिक्षा विभाग को इसकी खबर नहीं है। जानकारी के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करना समझ से परे हैं। प्रवेश, वार्षिक, रीएडमिशन, किताब, यूनिफार्म, प्लेउउउ ग्राउंड, कम्प्यूटर लैब व अन्य तरह तरह के शुल्क में कोई कमी नहीं की गई है।