Bhent-Mulakat : CM को जब भाषा नहीं आई समझ…लखमा ने निभायी ये भूमिका
रायपुर/नवप्रदेश। Bhent-Mulakat : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात अभियान के दूसरे चरण के लिए से आज बस्तर संभाग के दौरै पर हैं। इस दौरान उन्होंने अस्पताल निरीक्षण किया, तब उन्होंने देखा एक बुजुर्ग अकेले बैठे है। CM पास जाकर उनके पास बैठा और तकलीफ के बारे में जानना चाहा तो वृद्ध ने स्थानीय बोली में बात करने लगे। CM को कुछ समझ ही नहीं आया तब उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने हिंदी में ट्रांसलेट कर समझाया।
स्टॉक रजिस्टर सहित देखा पर्ची
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य केन्द्र के स्टॉक रजिस्टर समेत पर्चियों को देखा। वहीं स्वास्थ्य केन्द्र के दौरान उन्हें एक बुजुर्ग मरीज अकेले बैठे मिले तो संवेदनशील मुख्यमंत्री बघेल उक्त बुजुर्ग मरीज के बाजू में जाकर बैठ गए और उनका हाल जानने का प्रयास किया। इस दौरान जब सिर्फ स्थानीय बोली को समझने वाले बुजुर्ग ने उसी भाषा में बात की तो मुख्यमंत्री उनकी भाषा नहीं समझ पाए, तब उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने मुख्यमंत्री और बुजुर्ग के बीच दुभाषिया की भूमिका निभायी।
इस दौरान बुजुर्ग मरीज के करीब आत्मीय भाव से बैठकर मुख्यमंत्री बघेल ने पहले बुजुर्ग से पूछा कि नाम क्या है, बुजुर्ग मरीज ने अपना नाम मुचाकी बुधरा बताया। साथ ही बताया कि वे टीबी के मरीज हैं। मुचाकी बुधरा दरभागुड़ा निवासी हैं जो स्वास्थ्य केन्द्र में अपनी शारीरिक परेशानियों के चलते पहुंचे थे।
CM (Bhent-Mulakat) ने वर्तमान में उन्हें हो रही परेशानी के बारे में पूछा। बुजुर्ग मरीज ने बताया कि एक सप्ताह से बुखार है। इस पर मुख्यमंत्री ने फिक्रमंद होते हुए कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र में अच्छे से इलाज कराइए और स्वस्थ होने के बाद ही घर जाइए। मुख्यमंत्री के इस संवेदनशीलता से भरे अंदाज को देखकर वहां मौजूदजन अभिभूत थे।