BEO Suspended Chhattisgarh : डौंडी बीईओ निलंबित…शिक्षा व्यवस्था पर सवाल…

बालोद, 12 जून। BEO Suspended Chhattisgarh : शिक्षा विभाग की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं ने आखिरकार एक बड़े अफसर की कुर्सी हिला दी। डौंडी के खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) जयसिंह भारद्वाज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह फैसला उस रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है जिसमें स्कूलों में ‘अतिशेष शिक्षकों’ की सूची तैयार करते समय की गई गड़बड़ियां उजागर हुईं।
एक नहीं, कई मामलों में सामने आई ‘सोची-समझी भूल’
जांच में पाया गया कि परिवीक्षा अवधि में होने के बावजूद एक शिक्षिका को अतिशेष की सूची में शामिल कर दिया गया। वहीं कुछ स्थानों पर एक ही विषय के शिक्षक पहले से मौजूद (BEO Suspended Chhattisgarh)थे, फिर भी उन्हें ‘अतिशेष’ दिखाया गया। कई मामलों में नियमानुसार जिन शिक्षकों को हटाया जाना था, उनकी जगह किसी और को सूची में डालकर नियमों की अनदेखी की गई।
यह न केवल विभागीय लापरवाही का मामला है, बल्कि ‘अंदरखाने किसी को उपकृत करने’ की रणनीति का संकेत भी देता है।
निलंबन के साथ मुख्यालय निर्धारित, मिलेगा जीवन निर्वाह भत्ता
अधिकारी जयसिंह भारद्वाज को निलंबित करते हुए उनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बालोद तय किया गया है। उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया (BEO Suspended Chhattisgarh)जाएगा। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियमों के अंतर्गत संभागीय आयुक्त को मिले अधिकारों का प्रयोग कर की गई है।
अब बाकी अधिकारियों की बारी?
इस प्रकरण ने जिले के शिक्षा महकमे में खलबली मचा दी है। सूत्रों की मानें तो अन्य मामलों में भी जांच की तलवार लटक रही है और आने वाले दिनों में कुछ और नामों पर कार्रवाई संभव है।
‘युक्तियुक्तकरण’ बना ‘सुविधायुक्तरण’?
शिक्षकों की कार्यक्षमता और क्षेत्रीय आवश्यकता के आधार पर की जाने वाली प्रक्रिया, क्या अब ‘सहूलियत आधारित पोस्टिंग टूल’ बन चुकी (BEO Suspended Chhattisgarh)है? इस सवाल ने पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।