Benefits Of Water Chestnut : सिंघाड़ा उबालकर खाने सेहत को मिलेंगे 5 जबरदस्त फायदे
नई दिल्ली, नवप्रदेश। सिंघाड़ा सर्दियों की शुरुआत में मिलने वाला एक बेहतरीन सुपरफूड है। यह खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही सेहत के लिए फायदेमंद भी होते हैं। सिंघाड़ा का पोषक तत्वों का पावरहाउस माना जाता है,
क्योंकि इसमें शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन ए, बी, सी, ई, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर जैसे जरूरी पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है।
यह सर्दियों की शरुआत के दौरान बाजार में खूब देखने को मिलते हैं। लोग सिंघाड़ा सीधे तौर पर, इसके आटे आदि का सेवन करते हैं। व्रत में सिंघाड़े के आटे की रोटी व हलवा का सेवन खूब किया जाता है। यह बेहद स्वादिष्ट और स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होता है। वहीं कुछ लोग कच्चा सिंघाड़ा और इसकी सब्जी का भी सेवन करते हैं।
शरीर को रखे ठंडा और हाइड्रेट – सिंघाड़ा में पानी प्रचुर मात्रा में होता है, साथ ही इसमें कूलिंग गुण होते हैं। जिससे यह शरीर में पानी की कमी को दूर करने, हाइड्रेशन को बढ़ावा देने और शरीर ठंडा रखने में मदद करता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद है – उबले हुए सिंघाड़े आपके शरीर को नेचुरली डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। यह आपके शरीर और रक्त में मौजूद गंदगी, हानिकारक पदार्थ और टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं। यह आपके खून को साफ करने में भी मदद करते हैं। जिससे यह त्वचा की कई समस्याओं जैसे कील-मुंहासे, दाग-धब्बे आदि दर करने और आपको साफ-दमकती त्वचा पाने में मदद करते हैं।
पेट के लिए लाभकारी है – फाइबर से भरपूर सिंघाड़े, पाचन को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। पेट से जुड़ी कई समस्याओं जैसे पेट में गैस, कब्ज, अपच, उल्टी-दस्त, मतली, ब्लोटिंग आदि को दूर करने में मदद करते हैं। यह आपकी आंतो की सूजन कम करने और उन्हें स्वस्थ रखने में भी लाभकारी हैं।
वजन घटाने में करता है – सिंघाड़े कैलोरी में कम, साथ ही फाइबर, प्रोटीन और कई अन्य जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। आप इनका सेवन पूर्ण भोजन के रूप में कर सकते हैं। इससे आप लंबे समय तक भूखा महसूस नहीं करेंगे। इस तरह आप कैलोरी का कम सेवन करेंगे, साथ ही अनहेल्दी फूड्स की क्रेविंग भी नहीं होगी। मेटाबॉलिज्म तेज होगा और तेजी से वजन कम करने में मदद मिलेगी।
गंभीर रोगों को रखे आपसे दूर – सिंघाड़े एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, साथ ही इनमें फेरुलिक एसिड, गैल कैटेचिन, गैलेट और कैटेचिन गैलेट जैसे कंपाउंड्स भी मौजूद होते हैं। जिससे यह शरीर में मौजूद हानिकारक कण और फ्री-रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। फ्री रेडिकल्स कई गंभीर रोगों के जोखिम को बढ़ाते हैं, यह शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाते हैं और शरीर के इम्यून सिस्ट को नुकसान पहुंचाते हैं। यह कैंसर, डायबिटीज, हृदय रोग जैसे क्रोनिक रोगों के लिए जिम्मेदार बड़े जोखिम कारकों में से एक है।