कैबिनेट से पहले CM ने किया धान खरीदी की घोषण…
Paddy purchased : BJP को दिया तल्ख जबाव…
रायपुर/नवप्रदेश। Paddy purchased : उत्तर प्रदेश दौरे से लौटने के बाद सीएम बघेल ने रायपुर एयरपोर्ट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर से धान खरीदी की जाएगी, जबकि बीजेपी प्रदेश में एक नवंबर से ही धान खरीदी शुरू करने की मांग कर रही है। जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में 1 दिसंबर से धान खरीदी की जाएगी क्योंकि 1 नवंबर से लोग त्योहार मनाएंये या धान बेचने आयेंगे, इसलिए एक दिसंबर से धान की खरीदी की जाएगी। इस दौरान सीएम ने कहा कि 1 नवंबर से तीसरी किश्त किसानों के खाते में जाने वाली है इसलिए किसानों को पैसे की कमी नहीं होगी।
पानी की कमी वाले स्थानों पर शुरू नहीं हुई धान की कटाई
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अरली धान की कटाई शुरु हो गई है, लेकिन जहां पर पानी की कमी पाई गई थी उन किसानों ने अभी तक धान नहीं काटा है। ऐसे में 1 दिसंबर से धान खरीदी (Paddy purchased) होने पर किसानों को किसी प्रकार की दिक्कतें नहीं होगी। सीएम बघेल ने कहा कि अभी व्यापक स्तर पर धान की कटाई शुरू नहीं हुई है। हालांकि धान खरीदी का समय तय करने के लिए मंत्रिमंडलीय की बैठक होनी थी। उससे पहले ही मुख्यमंत्री ने यूपी दौरे से लौटते ही धान खरीदी की तारीख की घोषणा कर दी।
105 लाख मीट्रिक टन की धान खरीदी का लक्ष्य
पिछले साल 92.81 लाख मीट्रिक टन की बंपर धान खरीदी हुई थी। इस साल धान खरीदी का लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। इस साल छत्तीसगढ़ सरकार ने 105 लाख मीट्रिक टन की धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार ने धान खरीदी के लिए व्यवस्थाएं भी शुरू कर दी है। इधर, केन्द्र सरकार ने राज्य से 2021-22 में 61.65 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदी की सहमति दी है, लेकिन इस बार भी केन्द्र सिर्फ अरवा चांवल लेगी। इसके बाद सरकार लगातार मांग कर रही है कि उसना चांवल भी खरीदा जाए।
इस दर पर होगी सरकारी खरीदी
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में किसानों से समर्थन मूल्य (Paddy purchased) पर सामान्य धान 1940 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदा जाएगा। ग्रेड-ए धान को 1960 रुपए प्रति क्विंटल की दर से लिया जाना है। वहीं मक्का की खरीदी 1870 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर प्रस्तावित है।
भाजपा पर कटाक्ष
सीएम बघेल ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी अपने 15 वर्षों के कार्यकाल में कभी भी किसानों को फायदा नहीं पहुंचा पाया है। अब जब हमारी सरकार किसानों के हित में काम कर रही है तो भाजपा को तकलीफ हो रही है।