सावधान.. योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर गांवों में सट्टा माफिया खुलवा रहे बैंक खाते
पुलिस जांच में महादेव सट्टा ऐप से तार जुडऩे का हुआ खुलासा, बैंक प्रबंधक और एक कर्मचारी समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
- बैंक खातों से कर रहे थे लोटस सट्टा ऐप में पैसे का अवैध लेन-देन
- एसपी के निर्देशन पर की जा रही है पूरे मामले की जांच
रायगढ़/नवप्रदेश। In the name of providing benefits of schemes, betting mafia is opening bank accounts in villages: रायगढ़ पुलिस ने प्रतिबंधित महादेव सट्टा ऐप एवं लोटस ऐप में पैसों के अवैध लेनदेन के लिए ग्रामीणों को गुमराह कर उनके बैंक अकाउंट का आपराधिक दुरुपयोग करने पर गिरोह के दो सदस्यों और स्थानीय इंडसइंड बैंक प्रबंधक और कर्नाटका बैंक के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे खुलवाये गये खाता धारकों के खाता किट की जप्ती कर आगे की जांच की जा रही है। गिरफ्तार 4 आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार (In the name of providing benefits of schemes, betting mafia is opening bank accounts in villages) थाना जूटमिल अंतर्गत सराईभद्दर रायगढ निवासी जीवनलाल साहू का करीब 7-8 माह पूर्व उसके परिचित गांधी नगर जूटमिल में रहने वाले अरूण रात्रे द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर इंडसइंड बैंक रायगढ़ में खाता खुलवाया था। जीवन साहू को उसके खाते में कभी रकम लेन-देन होने की जानकारी मोबाईल मैसेज और ई-मेल पर मिलने पर खाता खोलने वाले बैंक मैनेजर दिनेश यादव से मिला जो अपनी व्यस्तता बताकर बैंक से लौटा देते थे। इसी दौरान इसे जानकारी मिली कि अरूण रात्रे द्वारा सराईभद्दर और आसपास के कई लोगों का खाता खुलवाया है।
जब इसने अरूण से पूछताछ किया तो अरूण भी इसे घूमाने लगा और तब इसने पुलिस में शिकायत करना उचित समझा । मामला एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के संज्ञान में आने पर साइबर सेल डीएसपी अभिनव उपाध्याय एवं थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक मोहन भारद्वाज को बारीकी से जांच करने निर्देशित किया गया। थाना प्रभारी जूटमिल ने 22 जून 2024 को धारा 420, 120(बी), 409 आईपीसी धारा 8 अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद किया।अकाउंट स्कैम रायगढ़ पुलिस के संज्ञान में आने पर त्वरित कार्यवाही करते हुए इस स्कैम की जांच कर आरोपियों पर अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की गई।
थाना प्रभारी जूटमिल द्वारा आरोपियों द्वारा खुलवाये गए बैंक खातों को होल्ड कराया जा रहा है, इन खातों में लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है। पुलिस अधीक्षक द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक, साइबर सेल एवं थाना जूटमिल को मामले की बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए हैं । आरोपियों ने कमीशन के रुपए को खर्च कर देना बताएं है।
50 से अधिक खाते ऐसे मिले जिनके ट्रांजेक्शन संदिग्ध
आरोपी सुनील साहू और अरुण रात्रे से कुछ व्यक्तियों के खाता किट वजह सबूत बरामद कर जप्त किया गया है। (In the name of providing benefits of schemes, betting mafia is opening bank accounts in villages)आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। मामले की तफ़तीश और भी गहनता से की जा रही है ताकि इस प्रकार के फज़ऱ्ी खाता खुलवाने वालों का पता लगाया जा सके। अभी तक की जाँच में पुलिस को 50 से अधिक ऐसे और खाते मिले हैं जिनके ट्रांजेक्शन संदिग्ध हैं। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर उक्त अकाउंट ओपनिंग स्कैम के खुलासे में सिटी एसपी आकाश शुक्ला, साइबर डीएसपी अभिनव उपाध्याय, टीआई जूटमिल निरीक्षक मोहन भारद्वाज तथा साइबर सेल एवं थाना जूटमिल स्टाफ की अहम भूमिका रही है।
इस तरीके से कर रहे थे ठगी
आरोपी सुनील साहू निवासी लीमगांव थाना केडार जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का संपर्क सट्टा गिरोह के साथ हुआ जिन्होंने उसे बैंक खाते खुलवाने की अवेज में 15000 से 20000 देने की बात कही। उसने रायगढ़ में उसके परिचित अरुण रात्रे निवासी ग्राम छिन्द सारंगढ़ हाल मुकाम गांधीनगर जूटमिल को लोगों के खाता खुलवाने पर कमीशन की बात बताये और अरुण रात्रे एवं सुनील साथ इंडसइंड बैंक जाकर अपना बैंक अफसर दिनेश यादव से खाता खुलवाये। सुनील साहू ने अरुण रात्रे को 12-15000 रुपए कमीशन दिया, इसके बाद इन्होंने खाता खुलवाने के लिए इंडसइंड बैंक के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक के सेल्स एशोसियेट दीपक गुप्ता को खाता खुलवाने में 4-5 हजार कमीशन दिये जिसके बाद बैंक अफसर भी इनके साथ लोगों का खाता खुलवाकर ठगी करने में शामिल हो गये।