सावधान! बैंक खाते में पैसे न हों तो भी उड़ाए जा सकते हैं लाखों: डिजिटल गिरफ्तारी और पर्सनल लोन
-साइबर अपराधी लोगों के नाम पर बैंकों से पर्सनल लोन लेते हैं
मुंबई। Digital arrest scam: अगर बैंक खाते में पैसे नहीं हैं तो भी आपको लाखों का चूना लग सकता है। वर्तमान समय में इसमें बढ़ोतरी हुई है। आइए जानते हैं क्या है डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला क्या है। डिजिटल गिरफ्तारी के जरिए लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाया जा रहा है। साइबर अपराधी लोगों के नाम पर बैंकों से पर्सनल लोन लेते हैं। इसके बाद पैसे मिलते ही उसे उड़ा देते हैं और करोड़ों रुपये ठग लेते हैं।
अगर बैंक खाते में पैसे नहीं हैं तो भी आपको लाखों का चूना लग सकता है। वर्तमान समय में इसमें बढ़ोतरी हुई है। आइए जानते हैं क्या है डिजिटल अरेस्ट स्कैम… डिजिटल अरेस्ट स्कैम (Digital arrest scam) में किसी व्यक्ति को किसी अनजान नंबर से कॉल आती है। कॉल पर कहा जाता है कि आपके नाम से एक पार्सल विदेश जा रहा था, जिसमें ड्रग्स मिला था या आपके मोबाइल फोन, बैंक खाते का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में किया गया था। लेकिन ये फोन तो हमें फंसाने के लिए किया जाता है।
इसके बाद नकली पुलिसकर्मी सीबीआई या अन्य सरकारी एजेंसियों के नाम का उपयोग करके नकली गिरफ्तारी वारंट भी दिखाते हैं। इसके बाद कैमरे के सामने रहने की हिदायत दी जाती है। इसे डिजिटल गिरफ्तारी कहा जाता है। डिजिटल अरेस्ट के जरिए साइबर ठग (Digital arrest scam) आपके बैंक खाते की डिटेल और अन्य जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके बाद, वे आसानी से आपके नाम पर पर्सनल लोन ले सकते हैं, राशि आपके बैंक खाते में जमा हो जाती है और फिर वे आपके बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं।
डिजिटल गिरफ्तारी के दौरान, पुलिस, सीबीआई या अन्य कानूनी एजेंसियां आपसे स्काइप या व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल पर आने के लिए कह सकती हैं। इस दौरान वे आपसे अपने मोबाइल की स्क्रीन शेयर करने के लिए भी कह सकते हैं, फिर वे आपके मोबाइल की हर गतिविधि को आसानी से देख सकते हैं। स्क्रीन शेयरिंग के दौरान, यदि आपको बैंक से ओटीपी प्राप्त होता है, तो स्क्रीन शेयरिंग के कारण वे आपके ओटीपी तक पहुंच सकते हैं। यदि आपके बैंक खाते में पर्याप्त पैसा नहीं है, तो वे आपके नाम पर व्यक्तिगत ऋण ले सकते हैं।
भारत में ऐसे कई बैंक हैं जो आपको कुछ लाख रुपये उधार देते हैं। ऐसे मामलों में, आप बस कुछ क्लिक और एक ओटीपी के साथ घर बैठे पर्सनल लोन प्राप्त कर सकते हैं। साइबर अपराधी (Digital arrest scam) इसी सेवा का फायदा उठाते हैं। साइबर अपराधी लोगों के नाम पर नकली व्यक्तिगत ऋण आदि प्राप्त करने के लिए क्रेडिट कार्ड को भी निशाना बना सकते हैं। इसकी मदद से आपके बैंक खाते से लाखों रुपये निकाले जा सकते हैं।
साइबर धोखाधड़ी की शुरुआत अज्ञात नंबरों से कॉल, मैसेज या लिंक से होती है। इसलिए, हमेशा याद रखें कि कभी भी अपना ओटीपी, बैंक विवरण और व्यक्तिगत जानकारी किसी अजनबी के साथ साझा न करें। साइबर अपराधी इंटरनेट बैंकिंग के जरिए आपके बैंक खाते में लॉग इन कर सकते हैं। इसके बाद वहां से लाखों रुपये का लेनदेन किया जा सकता है। यदि आपको अपने बैंक खाते में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई देती है, तो तुरंत जांचें कि यह क्या है। कई बार एक-दो रुपये भी कटवाना महंगा पड़ सकता है। इसके जरिए साइबर अपराधी लाखों रुपये की उगाही कर सकते हैं।