Basavaraju Naxal encounter : अबूझमाड़ से मिटा 'रेड सम्राट'...1.5 करोड़ के इनामी नक्सली बसवा राजू ढेर...ऑपरेशन 'टारगेट पोलित ब्यूरो' में 25 माओवादी मारे गए...

Basavaraju Naxal encounter : अबूझमाड़ से मिटा ‘रेड सम्राट’…1.5 करोड़ के इनामी नक्सली बसवा राजू ढेर…ऑपरेशन ‘टारगेट पोलित ब्यूरो’ में 25 माओवादी मारे गए…

नारायणपुर, 21 मई| Basavaraju Naxal encounter : छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में चल रहे अब तक के सबसे बडे़ एंटी-नक्सल ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। नक्सली संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य और महासचिव बसवा राजू को मार गिराया गया है, जिस पर सरकार ने 1.5 करोड़ रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। बसवा राजू को नक्सल मूवमेंट का ‘रणनीतिक ब्रेन’ माना जाता था।

इस भीषण मुठभेड़ में 25 से अधिक माओवादी मारे गए, जिनमें कई सीनियर कैडर भी शामिल हैं। हालांकि इस ऑपरेशन में एक जवान की शहादत भी हुई है, जिससे देशभर में शोक की लहर है।

ऑपरेशनटारगेट पोलित ब्यूरो’: कैसे हुआ एनकाउंटर?

गुप्त सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के बोटेर क्षेत्र में माड़ डिवीजन के टॉप लेवल माओवादी एकत्र हुए हैं। इसी आधार पर नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव से DRG, STF और CRPF के संयुक्त बलों ने एक कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू (Basavaraju Naxal encounter)किया। सुबह होते ही माओवादियों ने जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभालते हुए कई घंटे तक जंगल में जंग लड़ी।

कौन था बसवा राजू?

नक्सली नेता गणपति के बाद, बसवा राजू को सीपीआई (माओवादी) का महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य नियुक्त किया गया था। वह नक्सली संगठन के लिए हथियारों की आपूर्ति, रणनीति निर्माण और विदेशी संपर्क जैसे अहम कार्यों को अंजाम देता था।झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की पुलिस उसे टॉप मोस्ट वांटेड में गिनती थी।

हाईटेक हथियार और रणनीति: जंगल में युद्ध का नया चेहरा

मुठभेड़ के बाद मौके से AK-47, इंसास राइफल, यूबीजीएल, वायरलेस सेट, GPS सिस्टम और विदेशी हथियार बरामद किए गए (Basavaraju Naxal encounter)हैं। यह संकेत है कि नक्सली अब आधुनिक तकनीक और हथियारों से लैस होकर काम कर रहे थे।

एक जवान शहीद, मगर ‘लाल आतंक’ को गहरी चोट

इस ऑपरेशन में एक बहादुर जवान की शहादत भी हुई, जिसका नाम जल्द ही आधिकारिक तौर पर जारी किया जाएगा। हालांकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह कार्रवाई माओवादी नेटवर्क की रीढ़ तोड़ने में मील का पत्थर साबित होगी।

माओवाद पर सबसे बड़ा वार!

मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान जारी (Basavaraju Naxal encounter)है। ऑपरेशन अभी भी अबूझमाड़ के कई इलाकों में जारी है। सूत्रों का दावा है कि कुछ टॉप कमांडर भाग निकले हैं, जिनकी घेराबंदी की जा रही है।

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