संपादकीय: बैंगलोर ने ट्रॉफी जीती और पंजाब ने दिल

Bangalore won the trophy and Punjab heart
Bangalore won the trophy and Punjab heart: इंडियन प्रीमियर लीग का फाइनल मैच बैंगलोर ने जीतकर आईपीएल ट्रॉफ्री पर पहली बार कब्जा कर लिया। बैगलोर ने पंजाब किंस को फाइनल मैच में छह रनों से हरा कर यह रोमांचक जीत हासिल की। दोनों ही टीमें फाइनल में बेहतर खेली लेकिन किस्मत बैंगलोर के साथ रही जिसने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट के नुकसान पर 190 रनब न बनाये थे तब ऐसा लगा था कि पंजाब किंग्स आसानी से यह मैच जीतकर नया इतिहास रचेगी।
लेकिन बैंगलोर की घातक गेंदबाजी के कारण पंजाब को 190 रनों का लक्ष्य पहाड़ जैसा लगने लगा। कप्तान श्रेयस अय्यर का बल्ला फाइनल मैच में नहीं चल पाया। इसलिए पंजाब की टीम इस मामूली स्कोर के आगे भी बिखर गई। पंजाब की ओर से छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी शशांक सिंह ने जुझारू पारी खेली। उन्होंंने अकेले अपने दम पर पंजाब को मैच में वापस लाने के लिए पूरी जान लगा दी।
शशांक सिंह ने 30 बालों पर 61 रनों की धुंआधार पारी खेली। यदि वे एक व दो गेंद और खेल पाते तो निश्चित रूप से ट्रॉफी पंजाब के हाथों में होती। बहरहाल जो जीता वहीं सिकंदर बैंगलोर और पंजाब दोनों की टीमें पिछले 17 सालों से इस ट्रॉफी की प्रतिक्षा कर रही थीं। लेकिन इस बार बैंगलोर की तकदीर बुलंद निकली और उसके 17 सालों का सूखा खत्म हुआ।
बैंगलोर टीम के कप्तान रजत पाटीदार का नाम उन चुनिंदा कप्तानों की सूची में शामिल हो गया जिन्होंने पहली बार किसी आईपीएल टीम की कप्तानी की और उसे चैपियन बना दिया। इसके पहले सेन वार्न, रोहित शर्मा और हार्दिक पांडया ऐसा चमत्कार कर चुके हैं। यह जीत विराट कोहली के लिए भी यादगार बन गई है।
वे पिछले 18 सालों से बैंगलोर टीम का हिस्सा हैं। वे इसके कप्तान भी रहे हैं लेकिन अब उनका ट्रॉफी जीतने का सपना साकार हुआ है। इसलिए उन्होंने कहा है कि यह जीत मेरे लिए बेहद खास है।