कॉलेज में खुले बाल रखने पर लगी रोक, छात्रा ने कहा- ये है तालिबान का कानून !
भागलपुर । Bhagalpur College Dress Code: एक तरफ तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने से तालिबान शासन की चर्चा तेज है वहीं बिहार के भागलपुर स्थित महिला कॉलेज में जारी आदेश के बाद विवाद खड़ा हो गया है। आदेश के अनुसार छात्राओं को खुले बाल रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसलिए छात्रों ने विरोध किया है और नाराजगी व्यक्त की है कि यह तालिबान शरिया कानून जैसा है।
ऐसा बिहार के भागलपुर (सुंदरवती महिला महाविद्यालय भागलपुर बिहार) के एकमात्र ‘सुंदरवती महिला महाविद्यालय (एसएम कॉलेज) में हुआ है। विश्वविद्यालय के प्राचार्य डॉ. यह आदेश रमन सिन्हा ने जारी किया है। इंटर कॉलेज में 2021-23 सत्र के छात्रों के लिए यह ड्रेस कोड लागू किया गया है। इसमें सख्त आदेश शामिल हैं। कॉलेज में खुले बाल रखना सख्त मना है।
कॉलेज आते समय केवल एक या दो चोटी ही होनी चाहिए। यदि किसी छात्रा के बाल खुले पाए जाते हैं, तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही कॉलेज परिसर में सेल्फी नहीं लेने की चेतावनी भी दी गई है। इतना ही नहीं ड्रेस कोड को लेकर छात्रों पर कई नियम थोपे गए हैं।
एसएम कॉलेज में बारहवीं कक्षा में करीब 155 छात्र पढ़ते हैं। इसमें विज्ञान, वाणिज्य और कला की सभी शाखाएँ शामिल हैं। प्राचार्य ने मामले को लेकर एक कमेटी का गठन किया था, जिसके बाद फैसला लिया गया। समिति ने शाही नीली कुर्ती, सफेद सलवार, सफेद दुपट्टा, सफेद मोजे, काले जूते और बालों की एक चोटी या दो चोटी की शर्त रखी है। ठंड के समय में शाही नीले रंग का ब्लेजऱ पहनने की अनुमति है।
छात्र ड्रेस कोड के अलावा नए नियमों की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन विग पहनने को लेकर छात्रों में काफी नाराजगी है। कुछ छात्रों ने इसका स्वागत किया है। इतना ही नहीं एक छात्रा ने कॉलेज के प्रति आभार जताया है।
कॉलेज प्रशासन के इस फैसले का छात्रों ने विरोध किया है। न केवल एसएम कॉलेज बल्कि अन्य कॉलेजों के छात्रों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है। कॉलेज प्रशासन का फैसला तालिबान शरिया कानून जैसा है।