Balodabazar School Meal Controversy : बच्चों को कुत्ते का जूठा भोजन परोसा गया…अब शिक्षकों को मिला सबक…निलंबन से लेकर वेतनवृद्धि रोक तक कार्रवाई

Balodabazar School Meal Controversy
Balodabazar School Meal Controversy : एक स्कूल में 84 बच्चों को ऐसा भोजन परोसा गया, जिसे पहले एक आवारा कुत्ता जूठा कर चुका था और यही घटना अब पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पर सवाल उठा रही है। लापरवाही की सारी सीमाएं पार करने वाले इस मामले में अब प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है।
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला लच्छनपुर (विकासखंड पलारी) में 28 जुलाई को यह शर्मनाक घटना सामने आई। शिकायत के मुताबिक, मिड-डे मील की सब्ज़ी को एक कुत्ता जूठा कर गया था, लेकिन रसोइयों और जिम्मेदार शिक्षकों ने न सिर्फ इसे छुपाया, बल्कि बच्चों को वही भोजन परोस दिया।
गुपचुप टीकाकरण ने खोली पोल
घटना के बाद 84 बच्चों को चुपचाप एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाए जाने की जानकारी सामने आने पर मामला तूल पकड़ गया। कलेक्टर दीपक सोनी के संज्ञान में मामला(Balodabazar School Meal Controversy) आने के बाद स्कूल स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई की गई।
प्रभारी प्रधानपाठक और एक शिक्षक निलंबित
प्रभारी प्रधानपाठक नेतराम गिरि
शिक्षक वेदप्रकाश पटेल
इन दोनों को कर्तव्य में घोर लापरवाही और छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम, 1965 के नियम 3 के उल्लंघन का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित(Balodabazar School Meal Controversy) कर दिया गया है। निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सिमगा नियत किया गया है।
तीन अन्य शिक्षकों की वेतन वृद्धि रोकी गई
एलबी रविलाल साहू
एलबी नेमीचंद बघेल
एलबी नामप्यारी ध्रुव
इन शिक्षकों ने घटना को छुपाने में सहयोग किया, जिसके चलते उनकी एक वार्षिक वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी गई है।
प्रशासन का संदेश स्पष्ट: बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
यह कार्रवाई सिर्फ सस्पेंशन या वेतन कटौती तक सीमित नहीं है, बल्कि एक संकेत है कि बच्चों की गरिमा और स्वास्थ्य के साथ समझौता करने वाले किसी भी व्यक्ति को शासन अब “सिस्टम में जगह नहीं देगा”।