कमर में दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये घरेलू उपाय, बस करना होगा ये…
कमर दर्द (back pain) को दूर करने अपनाए (remove Adopt)ये घरेलू उपाय मिलेगी (Home remedy will provide relief) राहत। इस परेशानी से वर्तमान समय में छोटे, बड़े व बुजुर्गों को अक्सर इस परेशानी से गुजरना पड़ता है। लेकिन आज के युवा जो ऑफिस वर्क करते है उनके लिए ये समस्या नई उभर कर आई है। इसे जानते है कैसे दूर करे घरेलू उपायों से…
लहसुन कल्क
लहसुन छीलकर उसे मट्ठा में डालकर रख दें। सुबह लहसुन को पीसकर उसमें काला नमक, अज भुनी हींग, सेंधा नमक, सोंठ, मिर्च पीपरी, जीरा समान म एरण्ड मूल के क्वाथ से सेवन करने पर कटिशूल नष्ट है।
वप्तरि गुग्गुल
एरण्ड तेल, शुद्ध गुग्गुल, शुद्ध गंधक, बई बहेड़ा, आंवला सभी समान मात्रा में लेकर कूट-पीसक गंधक और त्रिफला का बारीक चूर्ण मिलाकर एक-एक म गोलियां बनाकर रखें। तीव्र कटिशूल होने पर दो गोल बीज और सोंठ डालकर पकाए दूध सेवन से बात दि उत्पन्न शूल नष्ट होते हैं।
अश्वगंधा चूर्ण-
एक ग्राम, पीपल के फल का चूर्ण . हिजन का गोंद। ग्राम लेकर थोड़ी-सी सोंठ डालकर ध में उबालकर सुबह-शाम पीने से कटिशूल नष्ट है।
शूलराज लौह
एक ग्राम की मात्रा को त्रिफला के क्वाथ में मधु मिलाकर सेवन करने से वात, पित्त, कफ विकृति से उत्पन्न पाश्र्व, कुक्षि व हृदयशूल नष्ट होते हैं।
लौह भस्म 2 ग्राम, समीर पन्नग रस 5 ग्राम, कैशोर गुग्गल 250 ग्राम, कपर्द भस्म 10 ग्राम लेकर पुनर्नवादि क्वाथ के साथ खूब अच्छी तरह घोटकर गोलियां बनाकर रखें। दो गोली सुबह दो गोली शाम को गाय के दूध साथ सेवन करने पर कटिशूल का निवारण होता है –
- शिवा गुग्गुल की 1 गोली एरण्ड बीज और सोंठ डालकर पकाएं। दूध के साथ सुबह शाम सेवन करने से आमवात, कटिशूल शीघ्र नष्ट होते हैं।
- शूलगज केसरी रस आधे ग्राम मात्रा में जल के साथ सेवन करने से वात, पित्त, कफ और त्रिदोष से उत्पन्न सभी तरह के शूल नष्ट होते हैं।
- शुठयादि पायस (खीर), सोंठ और एरण्ड की गिरी को 10-10 ग्राम कूटकर दूध में उबालकर पायस (खीर) बनाकर सेवन करने से कटिशूल का निवारण होता है।
- शूलबज्रिणी बटी की एक गोली सुबह, एक गोली शाम को हल्के उष्ण जल के साथ लेने पर सभी तरह के दर्द खत्म होते हैं।
- त्र्योदशाडग गुग्गुल की 1 गोली और चंद्रप्रभावटी की एक गोली नियमित सोंठ के क्वाथ से या उष्ण जल से सेवन करने पर कटिशूल का अंत होता है। कटिशूल में नारायण तेल या महाविष गर्भ तेल की मालिश करने से 0 एरण्ड की जड़ और सोंठ का क्वाथ बनाकर भुनी हींग व काला नमक पूर्ण मिलाकर पीने से बातज कटिशूल नष्ट होता है।
सुबह-शाम पंजों के बल चलते हुए हल्का व्यायाम करें
- -सोंठ व गोखरू समभाग में लेकर उसका क्वाथ बनाकर सुबह-शाम पीने से भी कमर दर्द ठीक हो जाता है।
- -100 ग्राम अजवाइन का चूर्ण और 100 ग्राम गुड़ एक साथ मिलाकर रख लें। 5-5 ग्राम यह चूर्ण सुबह-शाम सेवन करने से कमर दर्द दूर होता है।
- कोई वस्तु नीचे उतारनी है तो पंजों के बल खड़े होकर उतारें।
-खजूर को उबालकर उसमें 2 ग्राम मेथी का चूर्ण डालकर नियमित पीने से कमर दर्द मिटता है।
-घर की सफाई करने हेतु लंबी झाडू का उपयोग करें, ताकि कमर अधिक झुकाना न पड़े। - सीधे लेटने का अभ्यास करें। यदि लकड़ी का तख्त उपलब्ध हो तो कुछ देर तक उस पर लेटकर शरीर को एकदम ढीला छोड़ दें। प्रतिदिन एक घंटा इस तरह सोने से आराम मिलेगा।
-सीधा बैठें और सीधे लेटें, भोजन करें तो सीधा बैठकर, चलें तो सीना तानकर। - कमलककड़ी के चूर्ण को दूध में उबालकर पीने से प्रदर दूर होता है और कमर दर्द से राहत मिलती है। कमर दर्द कितना ही पीड़ादायक हो, इसके सेवन से अवश्य लाभ होता है।
मोटापा न बढऩे दें
सोंठ और एरंड मूल का क्वाथ बनाकर उसमें पिसी हुई हींग और काला नमक डालकर पीने से कमर दर्द का शमन होता है।