Ayodhya Museum Expansion : टाटा संस को मिलेगी 27 एकड़ अतिरिक्त भूमि, अब 52 एकड़ में बनेगा भव्य मंदिर संग्रहालय

Ayodhya Museum Expansion

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उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत (Ayodhya Museum Expansion) को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय परियोजना का विस्तार कर दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया कि संग्रहालय अब 25 एकड़ की जगह 52.102 एकड़ भूमि में बनाया जाएगा। इसके तहत 27.102 एकड़ अतिरिक्त भूमि टाटा संस को उपलब्ध कराई जाएगी।

बैठक के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि टाटा ट्रस्ट ने अपने सीएसआर फंड के तहत अत्याधुनिक मंदिर संग्रहालय विकसित करने व संचालित करने की इच्छा व्यक्त की है। इसके लिए कंपनी एक्ट की धारा-8 के तहत एक गैर-लाभकारी एसपीवी बनाया जाएगा, जिसमें भारत सरकार और राज्य सरकार के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

पहले 25 एकड़ भूमि 90 वर्षों के लिए एक रुपये वार्षिक दर पर 3 सितंबर 2024 को ही टाटा संस को दी जा चुकी थी, लेकिन संग्रहालय (Ayodhya Museum Expansion) को विशाल और अधिक भव्य रूप देने के लिए समूह ने अतिरिक्त भूमि की मांग की थी। सरकार ने इसे मानते हुए कुल 52.102 एकड़ भूमि पर्यटन विभाग के पक्ष में हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है।

अधिकारियों के अनुसार, संग्रहालय के विस्तारित स्वरूप से अयोध्या की धार्मिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक धरोहरों को अत्याधुनिक तकनीक और कलात्मक शैली में प्रदर्शित किया जाएगा। इससे न केवल शहर को नई सांस्कृतिक पहचान मिलेगी, बल्कि पर्यटन में भारी वृद्धि से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित होंगे।

युवा पीढ़ी, विदेशी पर्यटकों और भारतीय संस्कृति में रुचि रखने वाले आगंतुकों के लिए यह संग्रहालय (Ayodhya Museum Expansion) एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा। यहां भारतीय सभ्यता, परंपरा, प्राचीन मंदिर कला और ऐतिहासिक धरोहरों का समृद्ध संग्रह देखने को मिलेगा, जिससे श्रीराम नगरी अयोध्या की वैश्विक पहचान और मजबूत होगी।